कूड़े के ढेर पर मनाया गया अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस, विरोध प्रदर्शन कर सरकार से कूड़े के ढेर से निजात दिलाने की माँग
21 जून अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के मौके पर जहां लोग साफ-सुथरी जगहों पर योग करके अपने मन और मस्तिष्क को स्वस्थ रखने ka काम कर रहे है। वही उत्तराखंड के हल्द्वानी में कुछ लोग ऐसे भी हैं जो लाखों टन कूड़े के ढेर में बैठकर योग करने को मजबूर हैं। हल्द्वानी के इंदिरा नगर स्थित टचिंग ग्राउंड में बड़े पैमाने पर प्रतिदिन शहरों का लाखों टन कूड़ा फेंका जाता है और जिसके चलते यहां पर कूड़े का ढेर लगा हुआ है। उसी कूड़े के ढेर पर वनभूलपुरा के कुछ लोग योगासन करते हुए नजर आ रहे हैं और इसी बहाने सरकारी सिस्टम को आईना दिखाने का भी काम कर रहे हैं ।स्थानीय लोगों ने मिलकर अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के मौके पर कई प्रकार के योग किए और अपने मन मष्तिक को स्वस्थ रखने की कोशिश की लेकिन गंदगी से भरे इस कूड़े के ढेर से निकलने वाली बदबू में योग करना इतना आसान काम नहीं है। लोगों का कहना है की पहले जिस जगह पर कूड़े का ढेर है है वहां पर खाली मैदान हुआ करता था। जिसमें बच्चे खेलते थे लेकिन नगर निगम राज्य सरकार ने इस मैदान में बहुत बड़ा ट्रेंचिंग ग्राउंड बना दिया। जहां पर प्रतिदिन लाखों टन कूड़ा और गंदगी फेंकी जाती है। जिसके चलते लोगों को सांस लेने में काफी दिक्कतें हो रही हैं और विगत 8 या 10 सालों में कई मौतें इन्हीं गंदगी के चलते हुई है। लोगो का कहना है कि भले ही कोविड-19 में लोगों की सांस लेने में इतनी दिक्कत नही रही हो। लेकिन बनभूलपुरा इंदिरा नगर के लोग ट्रंचिंग ग्राउंड की गंदगी से निकलने वाले बदबू की वजह से सांस लेने में अपने को असहज महसूस करते हैं जिससे कई मौतें भी हो चुकी हैं। ऐसे में सरकारी सिस्टम के खिलाफ आज स्थानीय लोगों मिलकर ने कूड़े के ढेर पर योग किया ताकि सरकार तक संदेश जा सके कि सिर्फ योग करने से कुछ नहीं होता आसपास के माहौल को भी अच्छा करना पड़ता।