AAP ने किया पोस्टर वॉर का आगाज़, राजधानी देहरादून में हो गया मुकदमा दर्ज़, दून पुलिस ने किए तीन गिरफ्तार
राजधानी देहरादून में आम आदमी पार्टी के होर्डिंग लगते ही बवाल हो गया है। हालांकि होर्डिंग कुछ समय पहले लगाए गए थे इसमें आप cm पद प्रत्याशी कर्नल अजय कोठियाल को देशभक्त और मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को नेता दर्शाया गया था। लेकिन होर्डिंग में जिस तरह की तस्वीर का प्रयोग किया गया था, उसके बाद सियासी गलियारों और सोशल मिडिया में आम आदमी पार्टी की जमकर आलोचना होने लगी। आम जनता की माने तो हर किसी को अपनी बात कहने का हक है, लेकिन आप ने जिस तरह से पोस्टर वॉर का आगाज किया है। वो समझ से परे है, आप अपनी बात जनता तक जरूर पहुंचाए। लेकिन मुख्यमंत्री पद की एक गरिमा होती है। जिसपर बैठने वाला व्यक्ति संवैधानिक पद पर बैठा होता है। ऐसे में राजनेतिक दलों को भी इसे समझने की जरूरत है कि वो आखिर जनता को किस तरह का संदेश देना चाहते है। दूसरी तरफ जनपद देहरादून के थाना रायपुर ,नेहरु कॉलोनी ,रायवाला व मसूरी में विद्युत विभाग और नगरपालिका के अधिकारियों ने तहरीर दी है। जिसमें कहा गया है कि अज्ञात व्यक्तियों द्वारा नगरपालिका व विद्युत विभाग की संपत्ति (विद्युत पोल) पर आम आदमी पार्टी से संबंधित होर्डिंग लगाए गए हैंं। जिससे विद्युत आपूर्ति आपूर्ति को सुचारु रखने में कठिनाई उत्पन्न हो रही है व विद्युत दुर्घटना होने की प्रबल संभावना है तथा बिना विभाग की अनुमति के होर्डिंग लगाने से लोक सम्पत्ति को क्षति भी हुई है। वहीं विभिन्न थाना क्षेत्रों में तहरीर प्राप्त होने पर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक जनपद देहरादून महोदय द्वारा तत्काल अभियोग पंजीकृत किए जाने व आवश्यक वैधानिक कार्यवाही किए जाने के आदेश संबंधित थानाध्यक्षों को दिए गए। जिस क्रम में थाना मसूरी से संबंधित मु0अप0सं0 36/21 व मु0अप0सं0 37/21 धारा 2/3 सार्वजनिक सम्पत्ति नुक़सान निवारण अधिनियम 1984 से सम्बंधित अभियुक्तगण मुकेश कुमार, राजेंद्र, कमल बिष्ट को फ़व्वारा चौक नेहरु कॉलोनी से गिरफ़्तार किया गया। अभियुक्त मुकेश ने पूछताछ में बताया कि उसकी घोसी गली में राज प्रिंटर के नाम से दुकान है। यह अपने साथी राजेंद्र पुत्र रतन सिंह निवासी सीमाद्वार देहरादून के साथ प्रिंटिंग का काम करता है। *उसने बताया कि सबसे पहले उन्हें दिल्ली से किसी उमेश वर्मा व नरेश ने टेलीफोन के माध्यम से संपर्क किया था व होर्डिंग लगाने की बात की गयी थी। उसके बाद उमेश व नरेश माह जुलाई में देहरादून आए और इन्हें उत्तराखंड में फ्लेक्स लगाने का ठेका दिया था जिसमें प्रति फ्लेक्स लगाने की दर ₹250 थी। विवादित फ्लेक्स कुल *800 लगनी थी परंतु 600 फ्लेक्स ही दिल्ली से आयी जिनमें से सम्पूर्ण देहरादून व हरिद्वार में कुल 570 फ्लेक्स इनके द्वारा लगाई गई है।* अभियुक्तगणों को कल माननीय न्यायालय में प्रस्तुत किया जाएगा।