भारतीय रेलवे ने पूरी की विश्व की सबसे बड़ी भर्ती प्रक्रिया, 40,420 उम्मीदवारों को नियुक्ति पत्र जारी
भारतीय रेलवे ने पूरी की विश्व की सबसे बड़ी भर्ती प्रक्रिया, 40,420 उम्मीदवारों को नियुक्ति पत्र जारी
नई दिल्ली। भारतीय रेलवे न सिर्फ विश्व की सबसे बड़े रेल परिचालन तत्रों में से एक है बल्कि इसकी भर्ती प्रक्रियायें भी विश्व मे कीर्तिमान स्थापित करती हैं। रेल मंत्रालय के अधीन रेलवे भर्ती बोर्ड द्वारा केंद्रीय रोजगार अधिसूचना (सीईएन) संख्या 01ध्2018 के जरिए सहायक लोको पायलट (एएलपी) और तकनीशियनों के कुल 64,371 विज्ञापित पदो के सापेक्ष प्राप्त 47,45,176 आवेदनों और फिर चयन प्रक्रिया के आधार पर 56,378 उम्मीदवारों की भर्ती के लिए मंजूरी दी गयी और 40,420 उम्मीदवारों को नियुक्ति पत्र जारी किये जा चुके हैं। इन नये भर्ती किये उम्मीदवारों में से 19,120 की ट्रेनिंग कोविड-19 की रोकथाम के लिए जारी उपायों से राहत मिलते ही शुरु कर दी जाएगी। एएलपी के लिए प्रशिक्षण प्रक्रिया 17 सप्ताह और तकनीशियनों के लिए प्रशिक्षण प्रक्रिया 06 महीने चलेगी। प्रशिक्षण के बाद इन को चरणबद्ध तरीके से रेलवे में नियुक्ति दी जाएगी।
रेल मंत्रालय द्वारा कल 18 जून 2020 को जारी आधिकारिक विज्ञप्ति से उपरोक्त आकड़ों के साथ-साथ एएलपी और टेक्निशियन भर्ती 2018 की वर्तमान स्थिति स्पष्ट हो गयी है। विज्ञप्ति के अनुसार, रेलवे भर्ती बोर्ड द्वारा सहायक लोको पायलट और तकनीशियनों के कुल 64,371 पदों के लिए नोटिफिकेशन जनवरी 2018 में नोटिफिकेशन जारी किया गया था और आवेदन की प्रक्रिया 3 फरवरी से 31 मार्च 2018 तक चली थी।
ये है स्थिति रेलवे की लंबित भर्ती प्रक्रियाओं की
रेल मंत्रालय ने 2018 की भर्ती की स्थिति के साथ-साथ विज्ञप्ति के माध्यम से जानकारी दी कि आरआरबी एनटीपीसी भर्ती 2019 में विज्ञापित 35,208 गैर-तकनीकी लोकप्रिय श्रेणी (अंडर ग्रेजुएट और ग्रेजुएट) के सापेक्ष कुल 1.25 करोड़ से अधिक (1,26,30,885) आवेदन बोर्ड को प्राप्त हुए हैं। इन पदों की भर्ती प्रक्रिया कोविड-19 के कारण रुकी हुई है और इस बीच भर्ती बोर्ड द्वारा प्रक्रियाओं के निर्धारण के लिए व्यवहार्य रणनीति तैयार की जा रही है।
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आरआरबी एनटीपीसी भर्ती 2019 के लिए रेलवे द्वारा उम्मीदवारों को वेबसाइटों और व्यक्तिगत एसएमएस एवं ईमेल के माध्यम से आधिकारिक रूप से सूचना उपलब्ध कराई जाएगी। तब तक के लिए रेलवे ने सभी उम्मीदवारों से अपील की है कि वे रेलवे के आधिकारिक माध्यमों की जानकारियां पर ही भरोसा करें और और सोशल मीडिया पर प्रसारित किए जा रहे झूठे प्रचार और अफवाहों से भ्रमित न हों।