COVID-19 नोडल अधिकारियों के साथ मुख्य सचिव की VC, निजी अस्पतालों के प्रबंधन को भी PRO नियुक्त कर जनसमस्याओं का समाधान करने के निर्देश
मुख्य सचिव ओमप्रकाश ने गुरुवार को सचिवालय में कोविड-19 के सम्बन्ध में प्रदेश स्तर के नोडल अधिकारियों के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से बैठक की। मुख्य सचिव ने अधिकारियों को दवाओं एवं ऑक्सीमीटर आदि की कालाबाजारी रोकने हेतु सख्त कार्रवाई किए जाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कोविड के प्रसार को रोकने हेतु एनफोर्समेंट पर भी फोकस किए जाने के निर्देश दिए। मुख्य सचिव ने कहा कि अन्य राज्यों से आने वाले यात्रियों का रजिस्ट्रेशन अनिवार्य रूप से चेक किया जाए ताकि उनकी ट्रेसिंग सुनिश्चित की जा सके। बॉर्डर चेक पोस्ट पर रैपिड एंटीजन टेस्ट की व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जाएं। मुख्य सचिव ने कहा कि होम आईसोलेशन में रह रहे कोविड पेशेंट की लगातार माॅनिटरिंग कर टेली कन्सल्टेशन की सुविधा भी उपलब्ध करायी जाए। इसके उपरान्त मुख्य सचिव ने विभिन्न प्रदेश के विभिन्न प्राईवेट अस्पतालों के उच्चाधिकारियों से वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से बात कर उनकी समस्याओं के विषय में बात की। उन्होंने प्राईवेट अस्पताल संचालकों को ऑक्सीजन एवं रेमिडिसिविर की आपूर्ति का आश्वासन देते हुए कहा कि ऑक्सीजन की आपूर्ति बढ़ाए जाने के लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि रेमेडिसिविर के लिए उपलब्ध कराए गए फाॅर्मेट में प्रतिदिन का डाटा उपलब्ध कराया जाए ताकि आवश्यकता के अनुसार रेमेडिसिविर उपलब्ध करायी जा सके। मुख्य सचिव ने कहा कि अस्पतालों द्वारा पोर्टल पर रियल टाईम डाटा अपलोड किए जाने के साथ ही बायो मेडिकल वेस्ट मैनेजमेंट हेतु प्रोटोकॉल के अनुसार उचित व्यवस्था किए जाने के भी निर्देश दिए। उन्होंने सभी अस्पतालों हेतु जन सम्पर्क अधिकारी (पीआरओ) नियुक्त किए जाने की भी बात कही। इससे आमजन को किसी भी प्रकार की जानकारी उपलब्ध कराए जाने में सुविधा होगी। इस अवसर पर अपर मुख्य सचिव मनीषा पंवार, वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सचिव अमित नेगी, सचिन कुर्वे, राधिका झा, सौजन्या सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।