सुनिये उत्तराखंड सरकार, UPCL में शासन की SOP का नहीं हो रहा है पालन, ज़रूरतमंद कर्मचारी ऐप्लिकेशन देने के बाद भी हो रहे परेशान
कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए कई राज्य लॉकडाउन की तरफ़ तेज़ी से बढ़ रहे हैं, तो कई राज्यों में नाइट कर्फ़्यू को लागु किया गया है। वहीं उत्तराखंड सरकार ने भी वीकेंड कर्फ़्यू के साथ नाइट कर्फ़्यू और बाज़ार को दोपहर दो बजे ही बंद करने का फ़ैसला किया है। साथ ही अलग से SOP जारी कर सभी सरकारी कार्यालयों में 55 वर्ष से अधिक उम्र, गम्भीर बीमार और गर्भवती महिला कर्मचारियों को कार्यालय में ना आने के आदेश किए है। हालाँकि अतिआवश्यक सेवा में कर्मचारियों को बुलाया जा सकता है। लेकिन उत्तराखंड पावर कॉर्परेशन लिमिटेड के कुछ अधिकारी शासन की जारी sop को भी नहीं मानते और कोरोना के चलते कार्यालय आने में असमर्थ कर्मचारियों की ऐप्लिकेशन को सीधे ख़ारिज किया जा रहा है। UPCL में लगभग तीन हज़ार स्थाई कर्मचारियों में गम्भीर बीमार, 55 वर्ष से अधिक और गर्भवती महिला कर्मचारी काम कर रही है। जिन्होंने COVID-19 के चलते छुट्टी या फिर work from home की अर्ज़ी लगाई है। वहीं कर्मचारियों के immediate boss या तो UPCL की अलग से sop जारी होने का हवाला देकर या फिर कर्मचारियों की कमी की बात कहकर ऐप्लिकेशन रिजेक्ट कर रहे है। जिससे ज़रूरतमंद कर्मचारी खासे परेशान है।
वहीं director HR ए के सिंह का कहना है शासन की जारी SOP UPCL में भी लागु की गई है। वहीं जिस भी कर्मचारी को कोई परेशानी है वो अपनी ऐप्लिकेशन अपने immediate boss को दे सकता है। जिस पर नियमानुसार कार्यवाही की जाएगी।