वनमंत्री हरक सिंह के बाद 86 साल की बुजुर्ग महिला ने दिखाया साहस, 40% झुलसने के बाद भी बुझाती रही जंगल में लगी आग
उत्तरकाशी/देहरादून- उत्तराखंड प्रदेश के जंगलो में लगी आग कितनी फेल चुकी है की इसका अंदाज़ा लगातार हो रहे नुक़सान से लगाया जा सकता है। वन विभाग के मुखिया वनमंत्री हरक सिंह रावत खुद जंगल में उतरकर आग बुझाते हुए नज़र आ रहे है। वहीं लापरवाही बरतने वाले वन विभाग के अधिकारियों को दंडित भी किया जा रहा है। लेकिन अपने सामने जंगल में लगी आग को आख़िर कौन देख सकता है। ऐसा ही एक घटनाक्रम दिनांक 13/4/2021 को ग्राम उपला दियोरा पुरोला उत्तरकाशी में सामने आया। जहाँ सुबह लगभग 10:00 बजे जंगल में लगी आग की चपेट में मवेशियों का चारा घास इत्यादि आ गए थे। जिसे देखकर 86 वर्षीय स्थानीय महिला श्रीमती रेठी देवी पत्नी स्वर्गीय श्री सीताराम रतूड़ी ने आग बुझाने का प्रयास अकेले ही शुरु कर दिया। यदि समय रहते आग पर काबू न पाया होता तो गांव को काफी नुकसान होने की संभावना थी।
इस आग को बुझाने में 86 वर्षीय महिला को काफी क्षति पहुंची है। जिसमें उनके शरीर का 40% अंग आग में झुलस चुका है। इस वृहद साहसी महिला को उचित समय पर प्रशासन की तरफ से कोई भी उचित उपचार नहीं मिल सका। इस वृद्ध महिला को ग्रामीणों के द्वारा ही उपचार के लिए जिला अस्पताल उत्तरकाशी ले जाया गया, जहां उनकी गंभीर हालत को देखकर उनको देहरादून के लिए रेफर कर दिया गया है। देहरादून में इनका उपचार कैलाश हॉस्पिटल के आई सी यू वार्ड में में किया जा रहा है।जहां वह जिंदगी और मौत के बीच में झूल रही हैं । 4 दिन बीत जाने के बाद भी प्रशासन और शासन के किसी नुमाइंदे ने उनकी कुशलक्षेम अभी तक नहीं पूछी है। यह बुजुर्ग महिला गांव में अकेले ही रहती थी इनके एक पुत्र का निधन कुछ समय पूर्व ही हुआ है और महिला की आर्थिक स्थिति भी इतनी सुदृढ़ नहीं है। पर ग्रामीणों के प्रयास से उनका उपचार देहरादून में चल रहा है पर उनके परिवार का मानना यह है कि देर से ही सही पर शासन प्रशासन को उनकी सुध आएगी और आर्थिक सहायता ना सही पर उचित सम्मान अवश्य मिलेगा।