क्या उत्तराखंड में फिर से होगा आंदोलन
उत्तरांचल पर्वतीय कर्मचारी शिक्षक संगठन उत्तराखंड की पूरे प्रदेश में चरणबद्ध तरीके से आंदोलन की तैयारी।
प्रदेश के कर्मचारी शिक्षकों की लंबित मांगों के संबंध में मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के साथ उत्तरांचल पर्वतीय कर्मचारी शिक्षक संगठन उत्तराखंड की विगत महा विस्तृत वार्ता हुई। जिसमें मुख्यमंत्री के द्वारा संगठन के पदाधिकारियों को आश्वासन दिया गया था शीघ्र ही शासन स्तर पर कर्मचारियों की लंबित मांगों के निदान के संबंध में बैठक आहूत की जाएगी। लेकिन काफी समय व्यतीत होने के पश्चात भी कर्मचारियों की बैठक नहीं हो पाई है। कर्मचारियों की मुख्य मांग 4% दिए पर लगे प्रतिबंध को हटाया जाना 1 वर्ष तक प्रत्येक माह 1 दिन की वेतन कटौती को हटाया जाना उचित वेतनमान पर लगे प्रतिबंध को हटाया जाना शिथिलीकरण की पूर्ण व्यवस्था को लागू किया जाना आयुष्मान योजना के तहत गोल्डन कार्ड बनाया जाना एसीपी की पुरानी व्यवस्था को लागू किया जाना पुरानी पेंशन को बहाल किया जाना आदि मांगों पर शासन के आला अधिकारियों के साथ बैठक होनी थी जो आज तक नहीं हो पाई है जिससे कर्मचारियों में आक्रोश व्याप्त है प्रदेश अध्यक्ष प्रताप सिंह पवार महासचिव पंचम सिंह बिष्ट ने सरकार से अनुरोध किया है किस समय रहते कर्मचारियों के लंबित मामलों का निराकरण किया जाए अन्यथा उत्तरांचल पर्वतीय कर्मचारी शिक्षक संगठन उत्तराखंड को पूरे प्रदेश में चरणबद्ध तरीके से आंदोलन चलाने के लिए बाध्य होना पड़ेगा।