सैन्यधाम पहुंच तथा निकासी के लिए विकसित किए जाएंगे दो मार्ग : सैनिक कल्याण मंत्री, गणेश जोशी, उत्तर भारत के सैनिक / युद्ध स्मारकों को अध्ययन कर लौटी टीम ने दिया सैनिक कल्याण मंत्री को प्रस्तुतीकरण
*देहरादून*, राज्य सरकार के महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट, सैन्यधाम को समय से निर्मित करवाने के लिए राज्य के सैनिक कल्याण मंत्री गणेश जोशी कमर कस चुके हैं। सैनिक कल्याण मंत्री ने सैन्यधाम के निमार्ण को गति देने के लिए अपने कैम्प कार्यालय में सैनिक कल्याण विभाग के सचिव, अपर सचिव, जिला प्रशासन तथा कार्यदायी संस्था के अधिकारियों संग बैठक की। इस दौरान बीते 28-29 अप्रैल को उत्तर भारत के तीन प्रमुख युद्धस्मारकों का अध्ययन कर लौटी टीम द्वारा अपनी संस्तुतियों के संबंध में प्रस्तुतिकरण भी दिया।
सैनिक कल्याण मंत्री गणेश जोशी ने कहा कि सैन्यधाम के निर्माण को 2023 के अंत तक पूर्ण कर लेने के लिए हम कृतसंकल्पित हैं। बीते शुक्रवार को मैंने स्वयं सैन्यधाम जा कर स्थिति का जायजा लिया था। हमारी टीम जो कि जालंधर, अम्बाला (र्निमाणाधीन) तथा राष्ट्रीय वार मेमोरियल, दिल्ली के डिजाइन का अध्ययन कर लौटी टीम ने भी अपनी संस्तुतियों का प्रस्तुतिकरण यहां पर दिया है।उन्होंने कहा कि हमारी योजना है कि जिस प्रकार चारधामों को देखने के लिए लोग आते हैं उसी प्रकार सैन्यधाम को देखने के लिए भी लाखों लोग आएंगे। इसलिए सैन्यधाम आने और जाने के लिए सुगम मार्ग होने चाहिए। हमने यह तय किया है सैन्यधाम पहुंचने के लिए दोनों पहुंच मार्गों को विकसित किया जाएगा।
कार्यदायी संस्था पेयजल संसाधन विकास एंव निर्माण निगम के ई0ई0 रवीन्द्र कुमार ने बताया कि सैन्यधाम की भूमि समतलीकरण तथा चाहरदीवारी निमार्ण का कार्य सबसे पहले प्रारम्भ किया जा रहा है। इस दौरान सचिव सैनिक कल्याण, दिपेन्द्र चौधरी, अपर सचिव धर्मसत्तु, जिलाधिकारी आर0 राजेश कुमार, रवीन्द्र कुमार, संजय कुमार तथा प्रोजेक्ट आर्किटेक्ट भी उपस्थित रहे।