मंत्री हरक सिंह रावत ने क्यों कहा सात खून माफ ?
कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत और पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत के बीच होने वाली जुबानी जंग किसी से छुपी नहीं है। वहीं हरीश रावत पर जमकर निशाना साधने वाले हरक सिंह रावत अब उनके आगे नतमस्तक होने की बात कर रहे है। सवाल था कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन के हरक सिंह रावत पर लगाए गए आरोप का। लेकिन कैबिनट मंत्री हरक सिंह रावत ने हरीश रावत और कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन पर चुटीले अंदाज में तंज कसते हुए कहा है कि वह दोनों मेरे भाई हैं और वह जो बोलेंगे उनके लिए सात खून माफ हैं। खासकर पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत के चरणों में तो मैं नतमस्तक हूं। हरीश रावत मेरे बड़े भाई हैं भले ही वो कुछ सहन नहीं कर पाते हैं। वह अलग बात है उन्होंने इतना ही नहीं आगे कहते हुए कहा कि हरीश रावत मुझे आज चोर पापी कुछ भी कह दें लेकिन उनके लिए सात खून माफ हैं। साथ ही उन्होंने यह भी साफ कर दिया की यह माफी की बात केवल बड़े भाई होने के नाते हरीश रावत है, न की 2016 में कांग्रेस छोड़कर भाजपा में आने की। गौरतलब है कि हरीश रावत ने 2016 में कांग्रेस छोड़ने वाले बागी नेताओं से सार्वजनिक माफी मांगने की बात कही है।