चारधाम यात्रा में ई -पास व्यवस्था समाप्त करने की मांग को लेकर बाजार बंद, बदरी – केदार में दर्शन को आने वाले यात्री हुए परेशान
हाईकोर्ट का निर्देश मिलने के बाद उत्तराखंड सरकार ने कोविड नियमों के साथ चारधाम यात्रा का संचालन शुरू कर दिया है। लेकिन वहीं अब चारों धाम में ई पास व्यवस्था को समाप्त करने की मांग को लेकर प्रदर्शन शुरू हो गया है। चारो धाम के तीर्थ पुरोहित सरकार से मांग कर रहे हैं कि वैसे ही यात्रा का समय बेहद ही कम बचा है, ऊपर से ई पास की अनिवार्यता के चलते काम संख्या में यात्री चारो धाम का रुख कर रहे है। वहीं अगर कोई बिना ई पास के धाम तक पहुंच जाता है तो फिर प्रशासन यात्रियों को रोकने का काम कर रहा है। जिसके चलते यात्रा के संचालन से घर परिवार चलाने वाले लोगो को काफी परेशानी हो रही है।
बद्रीनाथ धाम के तीर्थ पुरोहित पूर्व में बदरीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति के सदस्य व केदारनाथ निर्माण समिति के अध्यक्ष धीरज पंच भैया मोनू ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से मुलाकात कर अनुरोध किया की यात्रा में ई पास व्यवस्था को समाप्त किया जाए। आज बद्रीनाथ धाम में संपूर्ण बाजार ई पास और देवस्थानम बोर्ड के विरोध में बंद किया गया है। लोगों का कहना है कि पिछले साल तत्कालीन मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने आखरी समय में यात्रा खुलवायी और लाखों श्रद्धालुओं ने चार धाम दर्शन किए। इस वर्ष भारतवर्ष के आधे से ज्यादा लोगों को कोरोना वैक्सीन की दोनो डोज लग चुकी हैं फिर भी यात्रियों को ईपास बनाना जरूरी किया गया है। पंचभैया ने मुख्यमंत्री से अनुरोध किया कि ईपास की बाध्यता खत्म कर समस्त भारतवर्ष में जिनको 2 वैक्सीन लगी है उनको यात्रा करने की छूट दी जाए। जिससे कि पूरे भारतवर्ष में एक अच्छा मैसेज आएगा कई लोग सड़कों पर भूखे प्यासे घूम रहे हैं, उनको बिना ई पास के दर्शन नहीं करने दिया जा रहा जबकि उनके पास दो वैक्सीन लगी हुई का प्रमाण पत्र भी है