Saturday, May 4, 2024
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उत्तराखंड

रायपुर विधानसभा सीट पर है कांटे की टक्कर, दो बार के विधायक उमेश शर्मा काऊ के आगे हीरा सिंह बिष्ट का दांव

जैसे जैसे चुनाव अपने रंग में आ रहा है, वैसे वैसे जनता का मूड भी सामने आ रहा है। उत्तराखंड की राजधानी देहरादून की रायपुर विधानसभा सभा सीट में जनता बदलाव चाहती है, राजनैतिक परिवर्तन की पक्षधर है। पिछली बार के विजेता भाजपा उम्मीदवार उमेश शर्मा के लिए सीट निकाल पाना आसान नही है। कांग्रेस के मजबूत स्तंभ हीरा सिंह बिष्ठ प्रतिद्वन्दी के रूप में चुनावी मैदान में है। बीजेपी प्रत्याशी उमेश शर्मा का सीधा मुकाबला उन्ही से है। उमेश के पूर्व दिनों भाजपाइयों के साथ जैसे सम्बन्ध रहे वह किसी से छुपे नही है। कार्यकर्ता, बड़े नेता भी उनसे नाखुश है। हालांकि उमेश शर्मा सब कुछ ठीक होने का दावा कर रहे है। कुछ भाजपा पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं ने नाम न छपाने की शर्त पर बताया कि विधायक न उनको साथ लेकर चल रहे और न ही उनको कोई पूछ रहा। गुस्साए अंदाज में नाराज भाजपाई कहते है हमने भाजपा संगठन को मजबूत बनाया, सालो से झंडे डंडे उठाये है। ऐसे में ठीक चुनाव से पहले किसी का रूठना नुकसानदायक हो सकता है। रायपुर सीट की बात करे तो साल दो हजार आठ के परिसीमन के बाद अस्तित्व में आई इस सीट पर दो हजार बारह में उमेश शर्मा उनत्तीस हजार नौ सौ वोट लाये थे तब वे कांग्रेस के उम्मीदवार थे, जबकि त्रिवेन्द रावत को उनत्तीस हजार चार सौ छब्बीस वोट ही मिल पाए। त्रिवेन्द्र रावत मात्र चार सौ चवत्तर वोट से हार गए थे। दो हजार सत्रह चुनाव से पहले दलबलकर भाजपाई हुए काऊ को भाजपा ने इस सीट से अपना प्रत्याशी बनाया। मोदी लहर के चलते पूरी भाजपा उनके साथ थी उन्हें 2017 चुनाव में उनसठ हजार सात सौ चौसठ मत जबकि कांग्रेस के प्रभु लाल बहुगुणा को बाइस हजार नौ सौ तेरानब्बे मत, निर्दलीय रजनी रावत को साढ़े सात हजार, निर्दलीय महेंद्र नेगी को सत्ताईस सौ के लगभग वोट पड़े थे और उमेश को विजय मिली। लेकिन इस बार न मोदी लहर है और न भाजपा का पूरा साथ बड़े से लेकर छोटे भाजपाई सब अलग राह पकड़े हुए है।

वही मुख्य मुकाबला कांग्रेस प्रत्याशी हीरा सिंह बिष्ठ से है, जो कि राजनीति के मास्टर माने जाते है और रायपुर में उनकी मजबूत पकड़ भी है, प्रभु लाल बहुगुणा और भाजपा के पूर्व नेता महेंद्र नेगी गुरुजी जो अब कांग्रेसी हो गए है उनके साथ खड़े है। हालांकि रायपुर सीट से आम आदमी पार्टी ने भी नवीन पिरशाली पर दांव खेला है। यूकेडी के अनिल डोभाल भी मैदान में है। शहर से लगी इस बिधान सभा सीट में मालदेवता से लेकर अधोइवाला, अजबपुर, डिफेंस कालोनी, केदार पुरम नेहरू कालोनी सहित पर्वतीय और अर्ध शहरी क्षेत्र भी आते है मलिन बस्तियों भी है जो निर्णायक होते है।

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