कर्मचारी हित में बात करने वाले ऊर्जा मंत्री हरक सिंह रावत के आदेश भी हुए हवा, विभागीय मंत्री के लिखित आदेश देने के बाद भी UPCL प्रबंधन ने नहीं लिया संज्ञान
दिनांक 30.10.2021 को उत्तराखण्ड ऊर्जा कामगार संगठन की एक बैठक आहूत की गई। जिसकी अध्यक्षता दीपक बेनीवाल, प्रान्तीय कार्यवाहक अध्यक्ष द्वारा की गई। बैठक में कार्मिक समस्याओं के साथ-2 संगठन के विद्युंत वितरण मण्डल नगरीय के अध्यक्ष एच0सी0 शर्मा की उपाकालि निगम प्रबन्धन द्वारा जानबूझ कर पदोन्नती न किये जाने से सम्बन्धित मामला भी उठाया गया तथा इस बात भी चिन्ता व्यक्त की गई इस सम्बन्ध मे ऊर्जा मंत्री हरक सिंह रावत द्वारा भी दिनांक 12.09.2021 को उपाकालि प्रबन्ध निदेशक को स्पष्ट आदेश निर्गत कर दिये गये थे कि उक्त प्रकरण की जांच निदेशक मानव संसाधन पिटकुल से कराकर स्थति स्पष्ट करें परन्तु ऊर्जा मंत्री के उक्त आदेशों के अवहेलना करते हुये किये गये भ्रष्टाचार पर पर्दा डालने की नियत से जांच दूसरे निगम के निदेशक मानव संसाधन से न करा कर अपने ही अधीनस्थ कार्यरत मुख्य अभियंता (वितरण), गढ़वाल क्षेत्र से कराई जा रही है। जिससे उक्त पदोन्नतियों में की गई अनियमिताओं पर पर्दा पड़ा रह सके। जबकि इस सम्बन्ध में पूर्व में सूचना का अधिकार के तहत प्राप्त सूचना से जो जानकारी प्राप्त हुई है उससे यह पता चलता है कि उक्त पदोन्नतियों हेतु पूर्व में दो बार 20.04.2020 तथा 29.06.2020 को भी डी0पी0सी0 की गई है तथा उक्त डी0पी0सी0 को बिना किसी ठोस कारण के पदोन्नती आदेश निर्गत न कर निरस्त कर दिया गया तथा पुःन तीसरी डी0पी0सी0 दिनांक 26.06.2021 को की गई तथा पूर्व में दोनों डी0पी0सी0 में चयनित किये गये कार्मिकों को उक्त डी0पी0सी0 में अचयनित कर आदेश निर्गत कर दिये गये। उक्त प्रकरण के समस्त दस्तावेजों के साथ आज एक प्रतिनिधि मण्डल ऊर्जा मंत्री से मिलने भी गया। उक्त के सम्बन्ध में संगठन का एक प्रतिनिधि मण्डल जल्द ही प्रबन्ध निदेशक उपाकालि से भी मुलाकात करेगा तथा तथ्यों को उनके सम्मुख रखेगा यदि उसके बावजूद भी दोषी कार्मिकों पर कार्यवाहीं नहीं की जाती है तो संगठन आन्दोलन करेगा जिसकी समस्त जिम्मेदारी निगम प्रबन्धन की होगी। बैठक में एच0सी शर्मा, सोहन शर्मा, मनोज नेगी, बलवंत सिंह, विजयपाल बिष्ट, नीलम बिन्जौला, आशीष सती, विकास, मनोज नेगी, अवतार सिंह बिष्ट, बिरेन्द्र लाल, राजेश सैनी आदि उपस्थित रहे।