अटल उत्कृष्ट विद्यालयों के पहले ही रिज़ल्ट में खुल गई पोल, डीजी शिक्षा बंसीधर तिवारी ने अधिकारियों से मांगा स्पष्टीकरण
CBSE का रिजल्ट आने के बाद उत्तराखंड सरकार के उत्कृष्ट विद्यालयों की भी पोल खुलकर सामने आ गई है। इन उत्कृष्ट विद्यालय का रिजल्ट देखकर शिक्षा विभाग के अधिकारी भी खासे नाराज है। ऐसे में शिक्षा महानिदेशक बंशीधर तिवारी ने जिलों के सभी शिक्षा अधिकारियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से उत्कृष्ट विद्यालयों की रिजल्ट की पूरी समीक्षा की है। समीक्षा के अनुसार कई स्कूलों के बच्चों की सप्लीमेंट्री आई है जो जून माह में होगी। उससे पहले तमाम शिक्षा अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि ऐसे तमाम स्कूल जहां पर बच्चों को सप्लीमेंट्री देनी है, वहाँ गर्मियों की छुट्टियों में भी स्कूल खोलने के आदेेश दिए गए हैं। साथ ही बच्चों को पूरी तरह की तैयारी भी कराई जाएगी।वही डीजी शिक्षा बंशीधर तिवारी रिजल्ट से खासे नाराज हैं। ऐसे में जिन स्कूलों के बच्चों का 50% तक फेल का रिजल्ट है। ऐसे शिक्षकों और अधिकारियों पर भी गाज गिराने की तैयारी की जा रही है। DG शिक्षा के अनुसार ऐसे शिक्षकों पर कार्यवाही की जाएगी। सूत्र बताते है की प्रतिकूल प्रविष्टि देने के भी निर्देश दिए गए है। डीजे शिक्षा ने साफ तौर पर माना कि पहली बार बोर्ड में बदलाव हुआ था, इसलिए थोड़ा कमी रह गई है।
प्रदेश में 10वीं में 39 ऐसे विद्यालय हैं, जिनके आधे छात्र भी पास नहीं हो पाए। वहीं, 12वीं में 59 ऐसे विद्यालय हैं, जिनके 50 प्रतिशत या इससे कम बच्चे पास हुए हैं। 155 अटल उत्कृष्ट विद्यालयों में 10वीं के 8625 में से 5142 और 12वीं के 12753 में से 6481 छात्र ही पास हुए हैं। सरकार ने करोड़ों खर्च कर सीबीएसई पैटर्न के जिन अटल उत्कृष्ट विद्यालयों से गुणवत्तायुक्त शिक्षा का सपना दिखाया, उन 155 विद्यालयों की सीबीएसई के पहले ही बोर्ड रिजल्ट में पोल खुल गई। हालात ये हैं कि 10वीं में इन विद्यालयों का रिजल्ट 60.49 प्रतिशत और 12वीं में महज 51.49 प्रतिशत रहा।