चिंताजनक हालातों के बीच पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने घर का फ्रिज भेजा कॉरोनेशन अस्पताल, कहा- कोरोना की दवा और इंजेक्शन के लिए फ्रिज की नहीं थी कोई व्यवस्था, आपात स्तिथि में घर से ही भेजा फ्रिज
मुख्यमंत्री रहते हुए अपने सख्त रवैये के लिए जाने जाने वाले पूर्व सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत सीएम पद से हटने के बाद भी कोरोना से लड़ाई में जमकर मदद कर रहे हैं। पहले अपनी विधायक निधि से 1 करोड़ कोरोना से लड़ाई के लिए दिए। वही अब कॉरोनेशन हॉस्पिटल में इंजेक्शन रखने के लिए घर का फ्रिज भी दान में दे दिया है। अपनी फेसबुक वॉल पर त्रिवेंद्र सिंह रावत ने लिखा है ” कोरोनेशन अस्पताल में चिकित्सकों ने वहाँ पर कोविड सम्बंधित दवाईयाँ व इंजेक्शन रखने के लिए फ्रिज की आवश्यकता बतायी। जिसके पश्चात् तत्काल वहाँ फ्रिज भेंट किया। बहुत जल्दी थी इसलिए घर का ही भिजवा दिया है।” लेकिन एक सवाल यह भी उठता है कि खुद मुख्यमंत्री रहते हुए त्रिवेंद्र सिंह रावत के पास ही चार साल स्वास्थ्य महकमे की ज़िम्मेदारी भी थी। ऐसे में चार साल मुख्यमंत्री रहने के बाद भी अगर किसी पूर्व मुख्यमंत्री को अपने घर का फ्रिज अस्पताल में आपात स्तिथि में भेजना पड़े तो वाक़ई हालात चिंताजनक है। वैसे पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत का कदम सराहनीय है और जायज़ भी क्यूँकि किसी पद पर होने के समय आपकी कई सीमाएँ होती है। जिनको आप सीधे तौर पर लांघ नहीं सकते हो, लेकिन पदमुक्त होने के बाद स्वतंत्र होकर आप अपने फ़ैसले ले सकते है।