बिजली कर्मियों ने किया उपभोक्ता का उत्पीड़न, पीड़ित व्यक्ति ने सीधे मुख्यमंत्री को लिख दिया शिकायती पत्र
माननीय पुष्कार सिंह धामी जी (मुख्यमंत्री)
आपसे मेरी एक विनती है अगर मेरा ये पोस्ट आप तक जा रहा हो तो कृप्या करके मेरी बात पर अमल किया जाये। बिजली का बिल दो महीने का आता है और किसी कारणवशः मैं अपना बिजली का बिल समय पर नहीं दे पाया मात्र 1500रु देना था।
सवेरे मैं अपनी डियूटी पर गया मेरे पीछे मेरे माता-पिता को मात्र 1500रु के लिए डराया धमकाया गया और ये चेतवानी दी गयी कि अगर आपने यह पैसे अभी के अभी नहीं दिये तो हम आपका बिजली का कनेक्शन काट देंगे।ऐसा तो नहीं है कि मैंने अपना बिजली का बिल 10 से 15 हजार किया है। मात्र 1500रु के लिए मेरी गैर-मौजूदगी में मुझे मेरा बिजली का कनेक्शन काटने की धमकी दी गई और मैने उन्हें फोन पर यह समझाया कि मैं अपना बिल शाम तक जमा कर दूंगा उसके बाद भी वह नहीं माने।
मैं सिर्फ आपसे एक सवाल उठाना चाहता हूँ मेरी गैर मौजूदगी मे मेरे घरवालों को डराना धमकाना कौन से कानून में लिखा है, जो व्यक्ति बिजली काटने आया था उसका नाम मनीष पाल है, उसके बाद मैंने उसको पूरी राशि का भुगतान किया जिसमें से उसने 44रु मेरे बिजली के भुगतान में शेष कर दिये ताकि मुझे प्राप्त होने वाली छुट मुझे प्राप्त न हो पायें।
मैं चाहता हूँ कि मेरी इस बात में अमल किया जाये क्योंकि मेरे जैसे कितने उपभोक्ता आपके ऐसे सरकारी कर्मचारियों से परेशान हैं और उसके बाद मुझे यह बोला जाता है कि आप हमारे सेवा नहीं करते तो हम आपकी सेवा क्यों करेंगे और जिनसे इनके अच्छे सम्बन्ध है तथा इनकी जेबो को गर्म करते हैं, उनपर भुगतान के लिए कोई दबाव नहीं डालते।पता:
501, कांवली रोड़ खुड़बुडा मौहल्ला,
नामः आयुष गोयल मोबाइल नं. 9557252892