कांग्रेसी पार्षद ने शहीद राज्य आंदोलनकारी को कहा पत्थरबाज और आतंकवादी, राज्य आंदोलनकारियों ने बुलाई आपात बैठक _ व्यक्तिगत माफ़ी मांगे पार्षद
देहरादून : नगर निगम देहरादून की बोर्ड बैठक में जबरदस्त हंगामा हो गया है। जहां राज्य आंदोलन में बलिदान देने वाले को कांग्रेसी पार्षद के पत्थरबाज कहने के बाद पक्ष विपक्ष के पार्षद बोर्ड बैठक में भीड़ गए। वहीं बमुश्किल सदन को व्यवस्थित किया जा सका है।
पूरा मामला सड़क के नामकरण से जुड़ा है, जहां सड़क का नाम बदलकर शहीद राज्य आंदोलनकारी के नाम पर रखने का प्रस्ताव बोर्ड बैठक में लाया गया। वहीं कांग्रेस की महिला पार्षद द्वारा राज्य आंदोलन में बलिदान देने वाले को पत्थरबाज कहने पर जबरदस्त हंगामा हो गया और पार्षद आमने-सामने आ गए। हंगामा बढ़ने के बाद मीना बिष्ट बिना माफी मांगे ही सदन छोड़कर चली गईं। कांग्रेस के वरिष्ठ पार्षद राजेश परमार ने हालांकि सदन में माफी मांगी। लेकिन नगर निगम की बोर्ड बैठक में कांग्रेस पार्षद द्वारा राज्य आंदोलन में बलिदान देने वाले को पत्थरबाज कहने पर जबरदस्त हंगामा हो गया।
सोमवार को नगर निगम में आयोजित बोर्ड बैठक के दौरान चंदर नगर से कांग्रेस पार्षद मीना बिष्ट ने राज्य आंदोलन में बलिदान देने वाले राजेश रावत को पत्थरबाज कह दिया। कहा कि वह गुंडे थे, जिन्होंने दूसरे के घर पर पत्थर फेंका था। जिसके बाद बैठक में हंगामा हो गया और पार्षद आमने-सामने आ गए। भाजपा पार्षद मीना बिष्ट के विरोध में उतर आए और कांग्रेसी पार्षद बोर्ड बैठक से उठ गए।इतना ही नहीं आक्रोश में पार्षद मीना बिष्ट ने बलिदानी राजेश रावत की तुलना आतंकवादी से कर दी। हंगामा बढ़ने के बाद मीना बिष्ट बिना माफी मांगे ही सदन छोड़कर चली गईं। जिसके बाद कांग्रेस के वरिष्ठ पार्षद राजेश परमार ने सदन में माफी मांगी। परमार मोहब्बेवाला के पार्षद हैं।