नगर निगम देहरादून की बोर्ड बैठक, कांग्रेस के साथ बीजेपी के पार्षद भी सवालों के साथ तैयार, पार्षदों को कितना संतुष्ट कर पाएंगे महापौर बड़ा सवाल ?
देहरादून नगर निगम की कमान संभालने के बाद से अब तक महापौर सुनील उनियाल गामा के लिए ऐसा मौका नहीं आया, जब विपक्ष कांग्रेस के साथ पक्ष भाजपा के पार्षद उनके समक्ष विकास कार्य और अन्य मामले पर सवाल न दाग रहे हों। आज होने वाली नगर निगम देहरादून की बोर्ड बैठक में कुछ ऐसा ही माहौल बनता हुआ नजर आ रहा है।
सूत्रो की माने आज की बोर्ड बैठक में महापौर सुनील उनियाल गामा के सामने यह कुछ बड़ी चुनौतियां होंगी, जिनका जवाब पक्ष और विपक्ष दोनों के पार्षद लेना चाहेंगे।
जमीनों पर अवैध कब्जे व अतिक्रमण का मामला भी गरमाया
सवा चार माह बाद सोमवार यानी आज होने जा रही नगर निगम बोर्ड की बैठक को लेकर भाजपाई और कांग्रेसी पार्षदों ने अपने-अपने मुद्दों पर कमर कसी हुई है। बैठक में सफाई व्यवस्था व स्ट्रीट लाइट का मुद्दा तो छाया रहेगा ही, पिछले घोटालों में कोई कार्रवाई न होने को लेकर भी हंगामे के आसार हैं। जमीनों पर अवैध कब्जे व अतिक्रमण का मामला भी गरमा रखा है।
कुछ अधिकारियों की कार्यशैली को लेकर पार्षद नाराज
सूत्रों ने बताया कि कुछ अधिकारियों की कार्यशैली को लेकर भी पार्षद खासे नाराज हैं। आरोप है कि निगम अधिकारी उनकी बात नहीं सुनते और खराब लहजे में जवाब देते हैं। ऐसे में महापौर के सामने कांग्रेस के ही नहीं बल्कि अपने पार्षदों को संभालना भी किसी चुनौती से कम नहीं होगा। बोर्ड बैठक में बजट को लेकर भी चर्चा होनी है और पिछले कार्यों पर हुए खर्च और टेंडरों को लेकर भी।
स्ट्रीट लाइट व सफाई जैसी मूलभूत सुविधाओं के मुद्दे बैठक में छाए रहने के प्रबल आसार हैं। विकास कार्यों व अधिकारियों की उदासीनता पर कांग्रेसी ही नहीं भाजपाई पार्षद भी नाराज हैं। महापौर ने बताया कि बैठक को लेकर पूरी तैयारी हो चुकी है। एजेंडा भी वितरित कर दिया गया है। विधायक बोर्ड के पदेन सदस्य भी होते हैं, इसलिए सभी को बैठक के निमंत्रण पत्र भेज दिए गए हैं।
पहला दिन और पहली बोर्ड बैठक
नगर निगम के नए नगर आयुक्त आइएएस मनुज गोयल के लिए पहला ही दिन चुनौती भरा हो सकता है। गोयल सोमवार को नगर आयुक्त का पदभार ग्रहण करेंगे और पदभार लेते ही निगम की बोर्ड बैठक में उन्हें बैठना होगा।
कांग्रेस पहले कर चुकी है बैठक
बोर्ड बैठक को लेकर कांग्रेस, भाजपा से ज्यादा तैयार नजर आ रही है। यही वजह है कि कांग्रेस दो दिन पहले ही पार्षदों के साथ बैठक कर रणनीति बना चुकी है। इस दौरान महानगर कांग्रेस अध्यक्ष लालचंद शर्मा ने कहा कि कांग्रेसी पार्षदों से बैठक में उठाए जाने वाले मुद्दों को लेकर विचार विमर्श हो चुका है।
बैठक में गृहकर में बढ़ोत्तरी, मलिन बस्तियों के नियमितीकरण व विकास कार्य ठप होने के मामले मुख्य रूप से उठाए जाएंगे। वहीं, इस बार भाजपा संगठन ने पार्षदों की बैठक नहीं की जबकि हर बार बोर्ड बैठक से पहले संगठन पार्षदों को अनुशासन में रहने का पाठ पढ़ाता था।
साभार: दैनिक जागरण