नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह ने भाजपा के राहत पैकेज पर उठाये सवाल, धरातल पर किसे मिल रहा पैकेज बताए धामी सरकार
देहरादून । उत्तराखंड के चुनावी मौसम में सत्ता और विपक्ष में जुबानी जंग जारी है । सत्ता पक्ष जहां बड़े-बड़े पैकेज की घोषणा कर जनता को अपनी तरफ कर लुभाने का प्रयास कर रहा है । वहीं विपक्ष इन राहत पैकेजों पर सवाल खड़े कर रहा है । नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह ने हमला बोलते हुए कहा कि चुनावी साल में ही भाजपा को राहत पैकेजों की याद क्यों आई है। सरकार करोड़ों के पैकेज की घोषणा कर बातें बड़ी-बड़ी कर रही है लेकिन धरातल पर यह पैकेज मिल किसको रहा है इसका उसे कुछ अता-पता नहीं है।
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि पिछले एक साल में उत्तराखंड ही नहीं देश की जनता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा किए गए पैकेज की बड़ी घोषणा को दूरबीन से ढूंढ रही है । वैसे ही उसे अब धामी सरकार के पैकेज को भी उसी दूरबीन से ही ढूंढना होगा। एक तरफ सरकार अपने पैकेज में महिला स्वयंसेवी समूह को आर्थिक रूप से मजबूत करने की बात कर रही है और दूसरी तरफ उन्ही से उनका स्वरोजगार छीनने की कोशिश कर रही है । विपक्ष के विरोध के बाद सरकार ने टेक होम राशन में ई टेंडर की निविदा निरस्त की। नेता प्रतिपक्ष ने कहा यह जुमलेबाजो की सरकार है और इन्हें जुमलेबाजी में महारत हासिल है।
2017 के विधानसभा चुनाव के समय प्रधानमंत्री मोदी ने उत्तराखंड की जनता से बड़े-बड़े वायदे किए थे लेकिन उन वादों का क्या हुआ उस पर राज्य सरकार बात करने से भी कतरा रही है । एक बार फिर चुनाव से पहले वही वायदे शुरू कर दिए गए हैं। भाजपा आलाकमान द्वारा चुनाव से पहले तीन मुख्यमंत्री बदलने से यह साफ हो चुका है कि उनको भी पता चल चुका है कि चार साल में कुछ काम नहीं हुआ है। उत्तराखंड की जनता परिवर्तन का मन बना चुकी है। प्रीतम बोले मैं स्पष्ट रूप से कहना चाहता हूं कि मुख्यमंत्री बदलने से कुछ होने वाला नहीं है 2022 में प्रचंड बहुमत से कांग्रेस सत्ता में आएगी और 2017 से बंद पड़े डब्बे इंजन को चालू कर विकास की गाड़ी को फिर पटरी पर दौड़ायेगी।