उत्तराखंड के चमोली जनपद के ऋषिगंगा क्षेत्र में ख़तरे की दस्तक, ऋषिगंगा नदी के उद्गमस्थल पर glacier में नज़र आइ दरार
उत्तराखंड के चमोली जनपद के रैणी गाँव में आइ प्राकृतिक आपदा का दर्द और डर आज भी स्थानीय लोगों के दिलो में मौजूद है। प्राकृतिक दुर्घटना में जान माल का ख़ासा नुक़सान इस क्षेत्र में हुआ था। वहीं अब एक नए ख़तरे की दस्तक इस क्षेत्र में दिखाई दी है। स्थानीय निवासियों ने ऋषि गंगा नदी के उद्गम स्थल पर मौजूद glacier को देखा और इसकी तत्काल सूचना ज़िला प्रशासन को दी। जिसके बाद ग्लेशियर में आयी दरारों के मामले में वैज्ञानिकों की एक टीम ने शनिवार को हेलीकॉप्टर से क्षेत्र का हवाई सर्वेक्षण किया। हवाई सर्वे के बाद वैज्ञानिकों की टीम शासन को अपनी रिपोर्ट सौंपेगी। जोशीमठ से आईटीबीपी और एसडीआरएफ की संयुक्त टीम भी ग्लेशियरों की स्थिति का पता लगाने के लिए रवाना हो गई है। यह टीम निरीक्षण करने दो दिन बाद जोशीमठ लौटेगी। 26 मई को रैणी गांव के ग्रामीणों ने ऋषि गंगा के उद्गम स्थल का भ्रमण किया था। जहाँ ग्रामीणों ने देखा कि ऋषि गंगा क्षेत्र में ग्लेशियरों में दरारें पड़ी हैं, जिसके बाद इसकी सूचना जिला प्रशासन चमोली को दी गई। प्रशासन ने शासन से वैज्ञानिकों की टीम के द्वारा ग्लेशियरों के सर्वेक्षण का आग्रह किया था। जिलाधिकारी चमोली स्वाति एस भदौरिया ने बताया कि शनिवार को वैज्ञानिकों की टीम ने ग्लेशियरों का निरीक्षण किया है और टीम देहरादून लौट गई है।