चारधाम यात्रा में अब आनलाइन भी रखा जाएगा यात्रियों का लेखा-जोखा, जानिए क्या है पूरी योजना
देहरादून। उत्तराखंड में हर साल चारधाम यात्रा में लाखों की संख्या में श्रद्धालु बदरीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री व यमुनोत्री के दर्शन करने को आते हैं। हर साल व्यवसायिक वाहनों से चारधाम यात्रा के लिए ग्रीन कार्ड बनाए जाते हैं। ग्रीनकार्ड का अर्थ यह होता है कि वाहन के सभी दस्तावेज पूरे हैं। अभी तक ग्रीनकार्ड बनाने के लिए वाहन स्वामियों को संभागीय परिवहन कार्यालयों में आना होता था। इसमें काफी समय लगता था। इसके देखते हुए पिछले दो वर्षों से इसे आनलाइन करने की कवायद चल रही थी, जो अब तकरीबन पूरी हो चुकी है। ग्रीनकार्ड आनलाइन करने के साथ ही विभाग दूसरे राज्यों से आने वाले वाहन चालकों को पर्वतीय मार्गों पर वाहन चलाने की अलग से अनुमति देता था। इसे हिल एंडोर्समेंट कहा जाता है। इसके लिए वाहन चालकों को कार्यालय में आकर परीक्षा देनी होती थी। इसमें यह देखा जाता था कि क्या चालक को पर्वतीय मार्गों और वहां के संकेतकों की पूरी जानकारी है या नहीं।
अब इस प्रक्रिया को भी आनलाइन किया जा रहा है। इसके लिए विभाग ने तकरीबन 250 प्रश्न तैयार किए हैं। हिल एंडोर्समेंट के लिए जब आवेदक आनलाइन आवेदन करेगा तो उसके सामने तकरीबन 15 प्रश्न आएंगे। इनमें से नौ जवाब सही देने पर उसे पास माना जाएगा। अलग-अलग आवेदन पर प्रश्न भिन्न होंगे। इसके साथ ही ग्रीन कार्ड और हिल एंडोर्समेंट जारी करने के साथ ही इसमें वाहन में सफर कर रहे यात्रियों का पूरा लेखा-जोखा भी रखा जाएगा। जिससे विभाग के पास यात्रियों के संबंध में पूरी जानकारी रहेगी।
आयुक्त परिवहन दीपेंद्र चैधरी ने कहा कि विभाग अब धीरे-धीरे सारी प्रक्रियाएं आनलाइन करने की दिशा में कदम बढ़ा रहा है जिससे यात्रियों व वाहन चालकों को परेशानी का सामना न करना पड़े। उन्होंने कहा कि अप्रैल अंत तक यह व्यवस्था लागू करने का प्रयास है।