त्रिवेंद्र रावत सरकार ने बदली उत्तराखंड की आबकारी नीति, online tendering में नई आबकारी नीति में ज़बरदस्त मुनाफ़ा,
देहरादून– राज्य की त्रिवेंद्र सरकार की नई आबकारी नीति को बड़ी सफलता मिली है।ओवर ऑल प्रथम चरण में 100 प्रतिशत या इससे अधिक राजस्व के साथ 80 फीसदी शराब ठेके उठ गए है।मौजूदा वित्तीय वर्ष के साथ अगले यानी 2021 22 के लिए भी राजस्व सुरक्षित हो गया है। उधमसिंगनगर अल्मोड़ा जिले को छोड़ शेष हर जिले में टारगेट से पार राजस्व पहुंच गया है। जबकि दो चरण अभी शेष है। बीते 6 वर्षो में 80 फीसदी दुकाने 100 प्रतिशत राजस्व या इससे अधिक पर उठने ने एक नया रिकॉर्ड हासिल किया है। राज्य की नई आबकारी नीति में कोटा कम करने दो वर्ष के लिए ठेका देने व राजस्व भी सुरक्षित रहे का फार्मूला नीति के मुताबिक सटीक साबित हुआ है। नीति के बाद से ही पाई पाई राजस्व के लिए चिंतित सचिव आबकारी सचिन कुर्वे ने इसके लिए सभी अफसरो को बधाई भी दी है। पहाड़ से लेकर मैदान तक हर जिले ने अपने तय राजस्व को पार या उसके सापेक्ष पहुंच गया है। अल्मोड़ा उधनसिंघनगर हलांकि अभी पीछे है। अभी तक मिले आंकड़ों के मुताबिक चम्पावत जिला 53 करोड़ के सापेक्ष 61 करोड़ रुपए राजस्व हासिल कर चुका है।चमोली जिला 83 करोड़ से बढ़कर 83 करोड़ 2 लाख पहुंच गया है जबकि 1 दुकान शेष है।बागेश्वर जिले में 45 करोड़ से बढ़कर राजस्व 47 करोड़ 60 लाख मिला 1 दुकान मात्र बाकी है।उत्तरकाशी जिले में 54 करोड़ 51 करोड़ 89 लाख मिले है जबकि 6 दुकाने बाकी है।रुद्रप्रयाग जिला 34 करोड़ के सापेक्ष 68 करोड़ पहुंचा है,2 दुकाने बाकी है।नैनीताल 261 करोड़ के सापेक्ष 285 करोड़ पर पहुंच गया है। सचिव आबकारी सचिन कुर्वे ने बताया कि सभी जिलो से आंकड़े फाइनल किये जा रहे है कल से द्वितीय चरण शुरू होगा।