Glacier burst: मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने किया हवाई निरीक्षण, अस्पताल पहुँचकर घायलों का जाना हाल, रैणी गाँव में ग्रामीणों से मुलाक़ात कर दिया हर सम्भव मदद का भरोसा
उत्तराखंड के चमोली में ग्लेशियर टूटने से आई तबाही के बाद अब पूरा फोकस राहत-बचाव के काम पर है. सबसे बड़ी मुश्किल तपोवन की टनल में आ रही है, जहां करीब 37 लोगों के फंसे होने की आशंका है. सुरंग कीचड़ से भरी हुई है, ऐसे में अंदर जाने में काफी मुश्किलें हैं. लेकिन रेस्क्यू करने वाली टीम अभी भी मिशन में जुटी हैं. इस बीच उत्तराखंड के सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने प्रभावित इलाके का हवाई सर्वे किया. त्रिवेंद्र सिंह रावत लगातार पूरे रेस्क्यू मिशन पर नजर बनाए हुए हैं.
वो आज चमोली आपदा में घायल हुए लोगों से मिलने अस्पताल पहुंचे साथ ही सेना और itbp के जवान जो रेस्क्यू के दौरान घायल हो गए उनसे भी सीएम त्रिवेंद्र ने अस्पताल जाकर मुलाकात की और उनका धन्यवाद दिया सीएम ने उस स्थान का भी निरीक्षण किया जहां से आपदा की शुरुवात हुई।
मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने आपदा प्रभावित सीमांत गांव क्षेत्र रैणी जाकर वहाँ की स्थिति का भी जायजा लिया। मुख्यमंत्री ने ग्रामीणों से मुलाकात की और उनकी समस्याओं की जानकारी ली। मुख्यमंत्री ने ग्रामीणों को हर सम्भव सहायता के प्रति आश्वस्त किया। उन्होंने जिलाधिकारी चमोली को निर्देश दिये कि कनेक्टीवीटी से कट गये गांवों में आवश्यक वस्तुओं की कमी न रहे। रविवार को तपोवन क्षेत्र में हुई भीषण त्रासदी मे जिले के जोशीमठ ब्लाक के सीमांत क्षेत्र के 13 गांवो का सडक संपर्क टूट गया था।