कांग्रेस ने कैंट क्षेत्र से शुभारंभ किया धन्यवाद जवान कार्यक्रम, 219 सैन्य परिवारों को किया सम्मानित, सैनिक देश की संपत्ति होता है किसी पार्टी की नहीं-प्रीतम सिंह
देहरादून: विगत 3 जनवरी को प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रीतम सिंह द्वारा शुरू किए गए” धन्यवाद जवान ” कार्यक्रम का आज विधिवत शुभारंभ कैंट विधानसभा क्षेत्र के कौलागढ़ में हो गया। प्रदेश कांग्रेस उपाध्यक्ष व पिछले विधानसभा चुनाव में कैंट से कांग्रेस प्रत्याक्षी रहे सूर्यकांत धस्माना के संयोजकत्व में आयोजित एक भव्य कार्यक्रम में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रीतम सिंह व कांग्रेस से जुड़े लैफ्टीनैंट जनरल एम सी बधानी ने चार शहीद जवानों के परिजनों 160 पूर्व सैनिकों व 55 सैन्यकर्मियों व अधिकारियों जो वर्तमान में सैना में तैनात हैं उनके परिजनों को प्रशस्तिपत्र अंगवस्त्र ऐंटी कोरोना किट व उपहार स्वरूप गर्म कम्बल दे कर सम्मानित किया।
इस अवसर पर उपस्थित पूर्व सैनिकों , शहीदों व सैन्य कर्मियों के प्रयोजनों को संबोधित करते हुए प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने कहा कि एक सैनिक जब सैना में भर्ती होता है तो उसका धर्म उसकी जाती उसका परिवार सब कुछ देश होता है और वो किसी पार्टी का नहीं बल्कि पूरे देश का गौरव और देश की संपत्ति हो जाता है। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड का तो इतिहास इस मामले में सबसे गौरवशाली है । श्री प्रीतम सिंह ने कहा कि आज कुछ लोग सैना के नाम पर राजनीति करते हैं और उनके नाम पर वोट मांगने में भी संकोच नहीं करते लेकिन अगर उनकी असलियत देखी जाए तो उसका अंदाज़ा आजकल पुलवामा हमले और बालाकोट स्ट्राइक पर हुए खुलासे से पता चल सकती है ।
श्री प्रीतम सिंह ने कहा कि इंदिरा गांधी कांग्रेस की ही प्रधानमंत्री थी जिन्होंने पाकिस्तान के दो टुकड़े कर दिए और 90 हज़ार पाकिस्तानी सैनिकों को आत्मसमर्पण के लिए मजबूर कर दिया था और उनके इस साहस की तारीफ करते हुए यतात्कालीन नेता विपक्ष अटल बिहारी वाजपेयी जी ने उनको संसद में खड़े हो कर साक्षात दुर्गा का अवतार कहा था। श्री सिंह ने कहा कि धन्यवाद जवान कार्यक्रम चला कर हमारे कांग्रेस कार्यकर्ता सैनिक परिवारों तक पहुंच कर उनसे संवाद करेंगे व उनको पेश आने वाली समस्याओं के निराकरण के लिए प्रयास करेंगे।
इस अवसर पर बोलते हुए कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि लैफ्टीनैंट जनरल (अप्र) श्री एमसी बधानी ने कहा कि कांग्रेस ने धन्यवाद जवान जैसे कार्यक्रम शुरू कर जो पहल की है वो एक अदभुत नया प्रयोग है जिससे सैनिक परिवारों के सदस्यों को सिविल समाज में इज़्ज़त के साथ साथ घुलने मिलने का मौका भी मिलेगा।
कार्यक्रम के संयोजक व प्रदेश कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना ने कहा कि उत्तराखंड तो शुरू से ही सैन्य धाम रहा है जब देश आजाद नहीं हुआ था तब 1200 से ज्यादा सैनिक आज़ाद हिंद फौज में नेताजी के साथ थे और नेताजी के व्यक्तिगत अंगरक्षक शेर सिंह दानू उत्तराखंडी ही थे । उन्होंने कहा कि देश की आज़ादी के बाद से लेकर अब तक जितनी भी जंग भारत की दुश्मन देशों से हुई चाहे वो 1962 की चीन से 1965 , 1971,और 1999 में कारगिल पाकिस्तान से हो या फिर देश के आंतरिक व बाहरी दुश्मनों से बड़े आपरेशन हुए हों सब में उत्तराखंडी जवानों की महत्वपूर्ण भूमिका रही है। श्री धस्माना ने कारगिल युद्ध का स्मरण करते हुए कहा कि कारगिल के पहले शहीद मेख गुरुंग का शव कैंट में ही आया था और उसके बाद तो हर रोज़ शहीदों के शवों के आने का सिलसिला युध्द समाप्त होने तक चलता रहा। श्री धस्माना ने कहा कि उनका प्रयास होगा कि वे कैंट के व देहरादून के हर सैन्य परिवार तक पहुंचेंगे चाहे वो वर्तमान में सेवा में हो या पूर्व सैनिक हो या शहीद का परिवार हो और उसका केवल एक मकसद होगा कि उनके सुख दुख में शामिल होना व आवश्यकता पड़ने पर उनकी यथा सम्भव सहायता करना।
इस अवसर पर प्रदेश कांग्रेस के महासचिव राजेन्द्र शाह, प्रदेश प्रवक्ता गरिमा दसौनी, कैंट कांग्रेस के तीनों ब्लॉक अध्यक्ष दीवान सिंह बिष्ट , अल्ताफ व प्रमोद गुप्ता, प्रदेश महिला कांग्रेस सचिव पिया थापा, धीरज थापा,विपुल नौटियाल, अनिल बस्नेत, राजेन्द्र धवन, संजय थापा, घनश्याम वर्मा, राजीव थापा, महेश जोशी, ललित भद्री, राजेश चमोली, आदर्श सूद आदि पार्टी कार्यकर्ता भी उपस्थित रहे।
शहीद नीरज थापा द्वार पर सबसे पहले शहीदों को दी श्रद्धांजलि-
प्रदेश अध्यक्ष श्री प्रीतम सिंह, लैफ्टीनैंट जनरल एमसी बधानी व सूर्यकांत धस्माना ने कार्यक्रम शुरू होने से पहले शहीद नीरज थापा द्वार पर बने शहीद स्मारक पर पुष्पांजलि अर्पित की।
संबोधन के बाद सबसे पहले चार शहीदों के परिवारजनों को किया गया सम्मानित
1 शहीद राइफल मैन नीरज थापा की माता श्रीमती सीता थापा
2 शहीद सूबेदार राजदीप थापा की पत्नी श्रीमती सरस्वती देवी
3 शहीद लांसनायक शिवचरण प्रसाद की पत्नी श्रीमती मंजू अंथवाल व
4 शहीद नायक देवेंद्र सिंह रावत की पत्नी श्रीमती शांति रावत को सम्मानित किया गया।
वर्तमान में सैना में कार्यरत
कार्यक्रम संयोजक श्री धस्माना ने जब सम्मान के लिए अवकाश प्राप्त आईबी अधिकारी श्री दिनेश चंद्र उनियाल को बुलाते हुए उनका परिचय दिया कि उनका एकलौता पुत्र सैना में कर्नल है दो बेटियां हैं जिनमें से बड़ी के पति एयरफोर्स में ग्रुप कैप्टन हैं व छोटी बेटी का पति सैना में लैफ्टीनैंट कर्नल है तो पंडाल तालियों से गूंज उठा।
इसी प्रकार जब श्री धस्माना ने डीएवी के दिवंगत प्रोफेसर डॉक्टर पीएन धस्माना की पत्नी जिनके दोनों बेटे सैना में कर्नल हैं सम्मान के लिए बुलाया तो लोगों ने करतल ध्वनि से उनका स्वागत किया।
डीएवी में समाजशास्त्र की प्रोफेसर जिनके पति सैना में कर्नल हैं उनको भी सम्मानित किया गया।
कांग्रेस की तेज तर्रार प्रवक्ता गरिमा दसौनी के पति भी सैना में कर्नल हैं इसलिए उनको भी सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में शुरू में उन्होंने ही कार्यक्रम की रूप रेखा बताई व फिर श्री धस्माना को मंच के संचालन के लिए आमंत्रित किया।
इस पूरे कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए पिछले एक सप्ताह से कैंट की टीम पिया थापा, धीरज थापा, अनिल बस्नेत, संजय थापा, विपुल नौटियाल, राजेन्द्र धवन, राजीव थापा, घनश्याम वर्मा व अरुण दिन रात जुटी रही। तीन घण्टे तक चले सम्मान कार्यक्रम में प्रदेश अध्यक्ष आखिर तक मौजूद रहे और सैन्य परिवारों के साथ फोटो खिंचवाते रहे।