कोरोना काल में शिक्षा व्यवस्था को लेकर बड़ा फ़ैसला, शिक्षकों के शीतकालीन अवकाश पर लगा ब्रेक, ज़िलाधिकारी को सौंपी गई बड़ी ज़िम्मेदारी
उत्तराखंड शिक्षा महकमे से आज की बड़ी खबर सामने आ रही है. राज्य सरकार ने शिक्षकों के शीतकालीन अवकाश पर चल रहे संशय को समाप्त कर दिया है. सचिव विद्यालय शिक्षा मीनाक्षीसुंदरम द्वारा जारी आदेश मैं शिक्षण कार्य जारी रखने के लिए आदेश दिया गया है. गुरुवार देर शाम जारी आदेश में सचिव शिक्षा ने कहा कि 10वीं और 12वीं कक्षा के लिए सभी सरकारी और अशासकीय विद्यालयों में 2 नवंबर से भौतिक रूप से रहने के आदेश जारी किए गए थे छात्र हित में शीतकालीन अवकाश को समाप्त किया जाता है जबकि मौसम अधिक प्रतिकूल होने पर जिला अधिकारी इसके लिए निर्णय ले सकेंगे.
आपको बताते चलें राजकीय शिक्षक संघ ने सरकार से इस बाबत अपील करते हुए शीत क़ालीन अवकाश घोषित करने की माँग उठाई थी लेकिन सरकार के सामने संघ की एक ना चली. राजकीय शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष कमल किशोर डिमरी ने दलाली देते हुए कहा था कि शीतकाल आकाश सिर्फ़ शिक्षकों के लिए बल्कि छात्रों के लिए भी महत्वपूर्ण है, वह इसलिए कि पहाड़ों में बर्फ़बारी और ठंड का प्रकोप बढ़ता जा रहा है और मैदान में कोहरा और शीतलहर का प्रकोप है. इसके साथ ही उन्होंने WHO की गाइड्लाइन का हवाला देते हुए कहा कि WHO खुद कोरोना से बचने के लिए ठंड में सावधानी रखने की सलाह दे रहा है. वहीं शासन ने इसका तोड़ निकालते हुए ज़िलों के ज़िलाअधिकारियों को मौसम बिगड़ने पर अवकाश के लिए अधिकृत कर दिया है.