उत्तराखंड विधानसभा में एक दिन का होगा मानसून सत्र
उत्तराखंड विधानसभा में सत्र को लेकर आयोजित बैठक में तय हो गया की सत्र केवल एक दिन ka होगा। विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद्र अग्रवाल के कोरोनावायरस से संक्रमित होने के बाद विधानसभा उपाध्यक्ष रघुनाथ सिंह नेगी की अध्यक्षता में सर्वदलीय बैठक का आयोजन किया गया। बैठक में संसदीय कार्य मंत्री मदन कौशिक, पूर्व विधानसभा अध्यक्ष गोविंद सिंह कुंजवाल और सदन में कांग्रेस के उप नेता करण माहरा बैठक में मौजूद रहे। बैठक में इस बात को लेकर निर्णय किया गया कि सदन मंडप में केवल 30 विधायक ही बैठेंगे, इसके अलावा 10 विधायक अन्य गैलरी में और 30 विधायक विधानसभा के 107 नंबर कमरे में बैठकर सदन की कार्यवाही में शामिल होंगे। वहीं विधानसभा उपाध्यक्ष रघुनाथ सिंह नेगी ने साफ कहा कि कुछ विधायक वर्चुवल तरीके से भी जुड़ेंगे। लेकिन विधानसभा अध्यक्ष का भी मानना था कि प्रश्नकाल होना चाहिए था कि लेकिन देश काल परिस्थितियों के हिसाब से इसपर फैसला लिया जा रहा है। अब यह तय हो गया है कि उत्तराखंड विधानसभा में केवल एक दिन ही विधानसभा का सत्र आयोजित किया जाएगा। जिसमें प्रश्नकाल को भी स्थगित कर दिया गया है। हालाँकि कार्य स्थगन में जनता से जुड़े मुद्दों को उठाया जा सकेगा। साफ़ है कि कोरोना काल को देखते हुए ये फैसला किया गया। एक दिन के विधानसभा सत्र में आने वाले सभी विधेयक सुबह ही सदन में पटल पर पेश किए जाएँगे। जिनको दूसरे हाफ में पास किया जाएगा। वही सरकार के अनुसार सरकार विपक्ष के मुद्दों को भी सुनेगी। वही उपनेता विपक्ष करण माहरा ने साफ कहा कि विपक्ष चाहता था कि लगभग 3 दिन सत्र चले जिनमे विधायक महेश नेगी प्रकरण, कोरोना , बेरोजगारी के मुद्दे उठाए जाते लेकिन कोरोना के चलते सरकार तैयार नहीं है।