उत्तराखंड

सैन्यभूमि उत्तराखंड में बनेगा सेना का सामान- सीएम रावत

उत्तराखंड को देवभूमि के साथ सैन्यभूमि भी कहा जाता है। जिसका मुख्य कारण है प्रदेश के लगभग हर परिवार से एक व्यक्ति का भारतीय सेना में होना। वहीं भारतीय सेना का सबसे बड़ा संस्थान भारतीय सैन्य अकादमी देहरादून में स्तिथ है, तो वहीं सेना की गढ़वाल और कुमाऊँ रेजिमेंट का मुख्यालय भी उत्तराखंड में ही है। ऐसे में मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने प्रदेश में डिफेंस प्रोडक्शन पॉलिसी के तहत डिफेंस से सम्बन्धित उपकरणों के उत्पादन की संभावनायें तलाशे जाने के निर्देश सम्बन्धित विभागों के आधिकारियों को दिये हैं।

सचिवालय में मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने अधिकारियों के साथ बैठक कर डिफेंस से सम्बन्धित उपकरणों के प्रोडक्शन हेतु इस क्षेत्र की फर्मों को प्रदेश में अनुकूल माहौल उपलब्ध कराने के साथ ही डिफेन्स प्रोडक्शन पार्क की स्थापना के सम्बंध में भी कार्य योजना बनाये जाने की बात कही।


मुख्यमंत्री ने बुधवार को सचिवालय में इस सम्बंध में औद्योगिक सलाहकार के.एस. पंवार, अपर मुख्य सचिव मनीषा पंवार, सचिव वित्त अमित नेगी और एम.डी सिडकुल एस.ए मुरूगेशन के साथ विचार विमर्श किया।


इस अवसर पर उत्तराखण्ड डिफेंस मैनुफैक्चरर्स एसोसिएशन के तत्वाधान में डिफेंस सहित पब्लिक सेक्टर के विभिन्न क्षेत्रों में बिजनेस डेवलपमेंट से सम्बन्धित कार्य करने वाली फर्म केवीआर सॉल्यूसन के कर्नल एस कौशल द्वारा प्रदेश में इसकी सम्भावनाओं पर प्रस्तुतीकरण भी दिया गया। मुख्यमंत्री ने सम्बन्धित अधिकारियों से राज्य हित में इस सम्बंध में प्रभावी कार्यवाही के भी निर्देश दिये हैं।

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