धारचूला विधायक हरीश धामी ने खोला प्रभारी देवेंद्र यादव के खिलाफ मोर्चा, यादव नाम से ही उत्तराखंड में रहने वालो को है एलर्जी _ धामी
देहरादून_ कांग्रेस की नई टीम घोषित होने के बाद पार्टी के 19 में से 10 से ज्यादा विधायकों के नाराज होने की बात सामने आ रही है। वहीं आज शाम नाराज विधायको की तरफ से बड़ी बैठक करने की भी तैयारी हैं। माना जा रहा है कि इस बैठक के बाद कई कांग्रेसी विधायक पार्टी को अलविदा कह सकते हैं। द्वाराहाट विधायक मदन बिष्ट के बाद लगातार तीन बार के धारचूला सीट से कांग्रेसी विधायक हरीश धामी ने भी खुलकर मोर्चा खोल दिया है। धामी ने कहा कि पार्टी हाईकमान ने प्रदेश में मेरिट बनाने के लिए ऐसे चेहरे को चुना जो खुद अपनी जमानत जब्त करवा चुका है।। उन्होंने कहा कि प्रदेश प्रभारी को मेरिट तैयार करने का सलीका ही नहीं पता था। जिसके चलते इस तरीके के निर्णय लिए गए। उन्होंने कहा कि अब वो कांग्रेस में रहकर भी कांग्रेस की विचारधारा के साथ नहीं रह पाएंगे। वहीं हरीश धामी ने प्रदेश प्रभारी की जमकर खिलाफत करते हुए कहा कि प्रदेश प्रभारी यादव है और यादव के नाम से ही उत्तराखंड के लोगों को एलर्जी है। उन्होंने कहा कि लोगों को यादव नाम सुनते ही मुजफ्फरनगर कांड और उत्तराखंड आंदोलन की याद आने लगती है। ऐसे में पार्टी के नेताओं ने गलत व्यक्ति को प्रदेश प्रभारी बनाकर उत्तराखंड भेजा। उन्होंने कहा कि पूरे चुनाव में प्रत्याशियों की अनदेखी की गई, जिसका पार्टी हाईकमान को भी संज्ञान लेने की जरूरत है। देवेंद्र यादव के आने के बाद से ही पार्टी हाशिए पर चली गई है, जिसका खामियाजा उत्तराखंड कांग्रेस को चुनाव और चुनाव के बाद भी झेलना पड़ रहा है।