सेना की अनदेखी का कांग्रेस ने उठाया सवाल, भाजपा प्रवक्ता सुरेश जोशी ने गिनाए मोदी सरकार के काम
देहरादून | काग्रेस पार्टी द्धारा सेना की अनदेखी करने के सवाल पर भाजपा प्रदेश प्रवक्ता सुरेश जोशी ने तीखा प्रहार करते हुए कहा कि कॉंग्रेस हमेशा सैनिकों का अपमान करती और अत्याधुनिक हथियारों व साजो सामान की जरूरत को हाशिये पर रखती आयी है |
शहादत को सम्मान दिलाया –
उन्होने कहा कि कांग्रेस ने अपने शासनकाल में कभी भी सेना एवं सौनिको का सम्मान नही किया। 1997 से पूर्व जब सीमा पर हमारे वीर जवान शहीद होते थे तो कांग्रेस सरकार काला बक्सा, काला कम्बल और पाँच पैसे का पोस्ट कार्ड भेजकर सैनिक परिवारों को सूचित कर देती थी कि आपका बेटा शहीद हो गया है। भाजपा की अटल सरकार ने न केवल पहली बार देश के शहीद सैनिको के पार्थिव शरीर को ससम्मान उनकी मातृभूमि तक पहुंचाने का कार्य किया साथ ही प्रभावित परिवारों की चिंता करते हुए समुचित आर्थिक व अन्य मदद की गौरवशाली परंपरा शुरू की।
7 दशकों से लंबित वन रेंक वन पेंशन को लागू किया-
भाजपा की मोदी सरकार ने दशकों से से लंबित सेना की सबसे जरूरी मांग वन रेंक वन पेशन योजना को लागू किया | जिसके चलते आज लाखों सैनिकों को इस सुविधा का लाभ मिल रहा है | वहीं कॉंग्रेस की सरकारों ने कभी इस पर गंभीरता से विचार नहीं किया और हमेशा से इस मांग को लटकाने भटकाने का काम किया है |
आज दुश्मनों का जबाब देने के लिए सेना को खुली छूट है कॉंग्रेस सरकारों ने उनके हाथ बंधे हुए थे –
यही वो कॉंग्रेस है जिसकी सरकार में जान हथेली पर रखकर सीमा की निगेहबानी करने वाले जांबाज़ों के हाथ यूपीए सरकार ने बांधे हुए थे | और तो और सीमावर्ती क्षेत्रों मे आतंकवादी या देश के दुश्मन के हमले का जबाब देने के लिए भी सेना को भारत सरकार से अनुमति लेनी पडती थी | लेकिन मोदी सरकार के आने के बाद सेना के अधिकारियों को तत्काल मुंहतोड़ जबाब देने की स्वतन्त्रता मिली है | यही वजह है कि आज सीमा पर आंतकवादी गतिविधियां ना के बराबर है।
सैन्य आधुनिकीकरण से सैनिक और सीमा दोनों को सुरक्षित बनाया-
कॉंग्रेस की सरकारों ने सैनिकों की जान और सीमा की सुरक्षा को लेकर सेना के आधुनिकीकरण की जरूरत को हमेशा हाशिये पर रखा | 2014 में मोदी सरकार के आने के बाद ही राफेल, चिनूक जैसे अत्याधुनिक विमान वायुसेना के बेड़े में सम्मलित किये गये। वही सुखोई टी 4 जैसे अत्याधुनिक सयंत्र को भी सेना को सौपा गया। वहीं कांग्रेस की सरकारों के समय तो गोला बारूद तक भी सेना के लिए उपलब्ध नहीं था | आज प्रधानमंत्री मोदी के नेत्रत्व में सैनिको के लिए नए-नए टेक्नलॉजी युक्त हथियार सेना को सौपे जा रहे है | वहीं पूर्व सैनिक व अर्धसैनिक बलो को व उनके परिवारो को अनेक सुविधाए भी मोदी सरकार के आने के बाद ही प्रदत्त की गई है।
आधी आबादी (महिलाओं) को सैन्य स्थायी कमीशन में मिला पूरा अधिकार –
आज गर्व की बात है कि एन०डी०ए० व अन्य सैन्य परीक्षाओं में आधी आबादी को पूरा अधिकार सुनिश्चित करने के लिए महिलाओं को सभी पदों पर स्थायी नियुक्ति दी जा रही हैं |
कॉंग्रेस को अपनी गलतियों से सबक लेते हुए सेना का राजनीतिकरण नहीं करना चाहिए –
भाजपा सरकार व मोदी जी के अथक प्रयासों से आज भारतीय सेना व पूर्व सैनिक अपने को गौरवान्वित महसूस करते है। आज दुनिया में भारतीय सेना का एक अपना विशिष्ठ स्थान है।
वहीं काग्रेस पाटी मोदी सरकार की सेना के प्रति किये गए कार्य को भी राजनैतिक रूप देना चाहती है। कांग्रेस को अब तो कम से कम अपनी गलतियों से सबक लेते हुए देशहित व सैन्य हित में सेना का राजनैतिकरण नहीं करना चाहिए ।
कॉंग्रेस ने भारतीय सेना के शौर्य का हमेशा अपमान किया –
यही वह कॉंग्रेस पार्टी है जिसके सेना को अपमानित करने का कार्य करते हुए सैनिकों की आतंकियों से तुलना की और बलात्कारी तक कहा | इनके वरिष्ठ नेता गुलाब नबी आजाद ने कश्मीर में सेना के अधिकारियों व जवानों की तुलना आतंकवादियों से की वही इनके सांसद सन्दीप दीक्षित ने सी०डी०एस० और उत्तराखंड गौरव दिवंगत जनरल विपिन रावत को सड़क का गुन्डा तक कहा । इनके ही नेता देश विरोधी नारे फेम कन्हैया कुमार ने कश्मीर घाटी में तैनात वीर जवानों को बलात्कारी तक कहा | जब हमारे सेना के जवान डोकलाम मे पूरी साहस व दृढता के साथ चीनी सेना का मुकाबला कर रहे थे उस समय कांग्रेस के वरिष्ठतम नेता व पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गाधी चीनी दूतावास मे डिनर पार्टी का आनंद उठा रहे थे। लेकिन सेना के लिए किए गए ऐसे तमाम अपमानजनक बयानवीरों पर आज तक कॉंग्रेस पार्टी ने कोई कार्यवाही नहीं की।
इनके पंजाब प्रमुख नवजोत सिद्धू जैसे तथाकथित फायर ब्रांड नेता भारतीय जवानों की शहादत के जिम्मेदार पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान को अपना प्रा, भाई बताते है, उनके जनरल बाजवा को गले लगाकर भारतीय सेना के शौर्य को अपमानित करते है | और अब वही कॉंग्रेस पार्टी बड़ी बेशर्मी से सैनिको के सम्मान का दावा कर रही है।