उत्तराखंड विद्युत् संविदा कर्मचारी संगठन ने की विधायक भुवन कापड़ी से मुलाकात, MD UPCL को भी प्रतिनिधिमंडल ने सौंपा मांग पत्र
संगठन के एक प्रतिनिधि मण्डल द्वारा कल देर रात अद्योहस्ताक्षरी के नेतृत्व में खटीमा विधायक एवं उपनेता प्रतिपक्ष विधानसभा भुवन कापड़ी से भेंट की तथा उन्हंे ऊर्जा के तीनों निगमों में उपनल के माध्यम से कार्योजित संविदा कार्मिकों की नियमितिकरण एवं समान कार्य के लिए समान वेतन सहित विभिन्न मांगों/समस्याओं के सम्बन्ध में ज्ञापन प्रेशित किया। प्रतिनिधिमण्डल द्वारा विधायक द्वारा विधान सभा सदन में राज्य में हुई विभिन्न भर्तीयों में हुए धांधलियों के सम्बन्ध में आवाज उठाने हेतु धन्यवाद ज्ञापित किया गया कि उनके द्वारा इस गम्भीर प्रकरण को जनता के सामने उजागर करने का प्रयास किया गया। इस दौरान प्रतिनिधिमण्डल द्वारा राज्य के विभिन्न विभागों/निगमों में जैसे उद्यान विभाग, आपदा प्रबन्धन विभाग, विधान सभा सचिवालय, उत्तराखण्ड स्टेड सीड एण्ड आर्गनिक प्रोडक्शन सर्टीफिकेशन एजेन्सी, सिडकुल, सगंध पौधा केन्द्र व स्वजल परियोजना, निदेशालय सैनिक कल्याण विभाग, सूचना प्रौद्योगिकी विभाग, डी0पी0एम0यू0, उत्तराखण्ड तकनीकी विश्वविद्यालय, उत्तराखण्ड वन विकास निगम, उत्तराखण्ड स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग, यूजेविएनएल, टिहरी विशेष क्षेत्र पर्यटन विकास प्राधिकरण, उत्तराखण्ड जैविक उत्पादन परिषद में उपनल के माध्यम से कार्योजित संविदा कार्मिकों के नियमितिकरण व समायोजन सम्बन्धि दस्तावेज प्रेशित किये तथा मा0 विधायक महोदय से अनुरोध किया कि उक्त के तर्ज पर ही ऊर्जा निगमों में वर्शों से कार्यरत संविदा कार्मिकों के नियमितिकरण व समान वेतन दिये जाने हेतु उत्तराखण्ड सरकार से अनुरोध करने की कृपा करें। विधायक भुवन कापड़ी द्वारा संगठन के प्रतिनिधिमण्डल को आष्वस्त किया कि वे इस पूरे प्रकरण को तथा उपलब्ध समस्त अभिलेखों को सदन के पटल पर रखने व चर्चा करने का प्रयास करेंगे। प्रतिनिधि मण्डल मंे प्रदेश अध्यक्ष विनोद कवि, प्रदेश महामंत्री मनोज पंत, कार्यकारिणी सदस्य कैलाश उपाध्याय, कंचन जोशी व प्रेम भट्ट उपस्थित रहे।इसके साथ दिनांक 10.11.2022 को पूर्व निर्धारित कार्यक्रमानुसार संगठन के प्रतिनिधि मण्डल की प्रबन्ध निदेशक, उपाकालि की अध्यक्षता में निदेशक (परिचालन/परियोजना), महाप्रबन्धक (मां0सं0) के साथ 16 सूत्रीय मांगपत्र पर वार्ता सम्पन्न हुई, चर्चा बहुत ही सौहार्दपूर्ण वातावरण में सम्पन्न हुई। इस दौरान संगठन की 16 सूत्रीय मांगपत्र मुख्यतः कारपोरशन में उपनल के माध्यम से कार्योजित संविदा कार्मिकों को नियमित करने, समान कार्य के लिए समान वेतन, वर्ष में दो बार मंहगाई भत्ता, प्रतिवर्ष 10 प्रतिशत वेतन बढोत्तरी, ठेकेदारी प्रथा को समाप्त करने, 300 यूनिट फ्री बिजली, मा0 उच्च न्यायालय के आदेशानुसार महिला संविदा कार्मिकों को मातृत्व अवकाश व बाल्य देखभाल अवकाश के आदेश निर्गत करने, रात्री पाली भत्ते में नियमित कार्मिकों के समानान्तर बढोत्तरी करने, संविदा कार्मिकों को यात्रा भत्ता दिये जाने, प्रत्येक बिजली घर में 4-4 एस.एस.ओ. की तैनाती करने, सामूहिक बिमा करने, दूर्घटना में मृतक संविदा कार्मिकों को 10 लाख मुआवजा दिये जाने, विद्युत दूर्घटना में मृतक आश्रित को संविदा पर नियुक्ति प्रदान करने, विद्युत दूर्घटना होने पर जांच पूरी तक संविदा कार्मिक की सेवाएं समाप्त न किये जाने आदि मांगो/समस्याओं पर गम्भीरतापूवर्क चर्चा की गई।
मांगपत्र पर बिन्दूवार चर्चा उपरान्त प्रबन्ध निदेशक महोदय द्वारा संविदा कार्मिकों के नियमितिकरण व समान वेतन के सम्बन्ध में मा0 उच्च न्यायलय, नैनीताल से अपेक्षित निर्णयानुसार कार्यवाही करने का आश्वासन दिया इसके साथ ही प्रबन्धन द्वारा मंहगाई भत्ता, गम्भीर बिमारी से ग्रस्त संविदा कार्मिकों के स्थानान्तरण, रात्री पाली भत्ते में बढोत्तरी, सामूहिक बीमा, यात्रा भत्ता, विद्युत दूर्घटना होने पर बगैर जांच के संविदा कर्मी को बर्खास्त न करने, मृतक संविदा कार्मिक के आश्रितों को संविदा पर रोजगार उपलब्ध कराने, महिलाओं को मातृत्व अवकाश व बाल्य देखभाल अवकाश दिये जाने सहित विभिन्न मांगों पर सैदांतिक सहमति प्रदान की गई। प्रबन्ध निदेशक महोदय द्वारा संगठन के प्रतिनिधि मण्डल को आश्वस्त किया कि वे संविदा कार्मिकों की समस्याओं के प्रति गम्भीर है तथा संविदा कार्मिकों की प्रत्येक समस्या के समाधान करने हेतु प्रतिबद्ध है।
वार्ता में प्रबन्धन की ओर से प्रबन्ध निदेशक, उपाकालि अनिल याद, निदेशक (परिचालन) एम.एल. प्रसाद, निदेशक (परियोजना) अजय अग्रवाल, महाप्रबन्धक (मां0 सं0) डी.एस. खात, संगठन की ओर सर्वश्री विनोद कवि, मनोज पंत, कैलाश चन्द्र, शीला बोरा, हेमलता गुसाईं, कंचन जोशी, प्रेम भट्ट, सुनील चैहान अनिल नौटियाल ईत्यादि उपस्थित रहे।