उत्तराखंड

प्रदेश में तबादला सत्र शून्य होने से शिक्षकों में रोष, शिक्षा विभाग के ही एक अधिकारी ने समझा दर्द, सुझाया रास्ता

देहरादून। उत्तराखंड सरकार ने कोरोनाकाल का हवाला देते हुए इस साल में तबादला सत्र को शून्य घोषित कर दिया है। यह आदेश जारी होने के बाद से शिक्षकों में रोष व्याप्त है, लेकिन शिक्षा विभाग के ही एक अधिकारी ने कोरोना संक्रमण से जान गंवा चुके शिक्षकों के परिवार की समस्याएं समझी हैं। अपर निदेशक गढ़वाल मंडल महावीर सिंह बिष्ट ने शिक्षा निदेशालय को कोरोना के चलते जान गंवा चुके शिक्षकों के पति/पत्नी को तबादला देने का प्रस्ताव भेजा है। अपर निदेशक ने कहा कि कोरोना संक्रमण के चलते कई शिक्षकों की मृत्यु के मामले विभाग के संज्ञान में आए हैं। इनमें से कई शिक्षकों के बच्चे छोटे हैं तो कुछ के परिवारों में अन्य समस्याएं हैं। ऐसे में विभाग को ऐसे शिक्षकों को तबादला एक्ट की धारा 27 (अनुकंपा) के आधार पर स्थानांतरित करने पर विचार करना चाहिए। अपर निदेशक ने कहा कि शुक्रवार को उन्होंने शिक्षा निदेशालय को प्रस्ताव और सुझाव भेज दिया है। निदेशालय की ओर से इस पर जो भी जवाब आता है उसको देखकर उचित कार्रवाई की जाएगी।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *