शिक्षा विभाग में प्रतिनियुक्ति का मामला फिर गर्माया, उत्तराखंड से उत्तरप्रदेश गए शिक्षक वापस लौटने को नहीं तैयार
चार साल पहले प्रतिनियुक्ति की मंजूरी लेकर उत्तर प्रदेश गए उत्तराखंड के 11 शिक्षक वहीं रम गए। उनकी प्रतिनियुक्ति का वक्त तीन साल पहले खत्म हो चुका है और इसके बाद उन्होंने अब तक अपनी मूल तैनाती पर ज्वाइन नहीं किया। उत्तराखंड ने उत्तर प्रदेश के महानिदेशक-शिक्षा से इन शिक्षकों की शिकायत करते हुए तत्काल कार्यमुक्त करने की गुजारिश की है। प्रतिनियुक्ति-अटैचमेंट पर रोक के तमाम सरकारी दावों को मुंह चिढ़ाते ये मामले शिक्षा विभाग में काफी चर्चा में हैं।
अपर माध्यमिक शिक्षा निदेशक रामकृष्ण उनियाल के अनुसार कार्मिक विभाग के नियम के अनुसार कोई भी कर्मी प्रतिनियुक्ति की तय अवधि तक दूसरे विभाग में रह सकता है। यदि वह ज्यादा समय तक रुकता तो उसके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई करने का प्रावधान है। सूत्रों के अनुसार, इन शिक्षकों में ज्यादातर शिक्षकों को प्रतिनियुक्ति दिसंबर 2017 में मिली है। जबकि एक शिक्षक वर्ष 2011 से उत्तर प्रदेश में टिके हुए हैं। नियमानुसार प्रतिनियुक्ति केवल तीन साल के लिए मान्य होती है। इसे अधिकतम पांच साल किया जा सकता है।
पेंशन में नहीं मिलेगा लाभ
प्रतिनियुक्ति से ज्यादा समय तक तक दूसरे विभाग में रहने वाले कर्मचारियों को रिटायरमेंट के बाद आर्थिक नुकसान भी हो सकता है। शिक्षा विभाग का कहना है कि जितना अतिरिक्त समय ये शिक्षक दूसरे विभाग में रहेंगे, उतना समय उनकी पेंशन अवधि से काट लिया जाएगा।
विभाग को पता नहीं कितने शिक्षक हैं बाहर:
यूपी के शिक्षा महानिदेशक को भेजे पत्र में शिक्षा विभाग ने कहा है कि पत्र में उल्लेखित शिक्षकों को तत्काल रिलीव कर दिया है। यदि इन शिक्षकों के अलावा भी कोई शिक्षक हो तो उसे भी उत्तराखंड के लिए कार्यमुक्त कर दिया जाए।
कौन-कहां कब से
जीआईसी कौसानी के डॉ.हरीश चंद्र 12 दिसंबर 2017 से यूपीके संत कबीरनगर में एसएसए में, जीआईसी सिप्टी चंपावत के विनेाद कुमार 13 दिसंबर 2017 से यूपी के गोंडा में एसएसए में, जीआईसी बिनवाल गांव चंपावत के अनिल कुमार तिवारी 13 दिसंबर 2017 से रायबरेली, जीआईसी बांडा डांडा पौड़ी के डॉ. विनोद कुमार मिश्र नौ दिसंबर 2017 से इलाहाबाद में, जीआईसी चौरीखाल पौड़ी के शंकर सुवन नौ दिसंबर 2017 से प्रतापगढ़, जीआईसी बज्यूला बागेश्वर के सत्येंद्र मिश्र 10 अक्टूबर 2016 से सीतापुर, जीआईसी कल्जीखाल पौडी के पंकज वशिष्ठ 26 अप्रैल 2017 से मुजफ्फरनगर, जीआईसी साकिनखेत पौड़ी के शरद सिंह प्रतापगढ़, जीआईसी फाटा रुद्रप्रयाग के संतोष कुमार सिंह चंदौली, जीआईसी जाखणीधार टिहरी के सत्यनारायण कटियार 31 मई 2011 से कानपुर देहात, जीआईसी कलोगी उत्तरकाशी के सुनील कुमार श्रीवास्तव अयोध्या में तैनात हैं।