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कहीं आपको सर्वाइकल तो नहीं हो गया है? जानिए लक्षण और उपचार

कहीं आपको सर्वाइकल तो नहीं हो गया है? जानिए लक्षण और उपचार

नई दिल्ली। सर्वाइकल का दर्द एक आम समस्या है, जिससे बड़ी संख्या में लोग पीड़ित होते जा रहे हैं। घंटों बैठकर काम करने वाले लोगों को अक्सर गर्दन में दर्द की शिकायत रहती है, जिसे वो बहुत साधारण सा दर्द मानकर हल्की सी गर्दन की एक्सरसाइज या योगा कर लेते हैं और मानते हैं कि उन्हें गर्दन के दर्द से निजात मिल जाएगी। यह दर्द युवाओं से लेकर बुर्जुगों तक में देखने को मिल रहा है। क्या आपको पता है कि जिसे आप गर्दन का दर्द कहते हैं, वो सर्वाइकल पैन है, जिसका समय पर इलाज नहीं किया जाए तो ये दर्द आपको और भी कई बीमारियों की चपेट में डाल सकता है।

हाल ही में हुए अध्ययन के मुताबिक, भारत में महिलाओं को सर्वाइकल दर्द की शिकायत ज्यादा है। 53 भारतीय महिलाओं में से 1 महिला सर्वाइकल से पीड़ित है, और इसकी वजह से लगभग 17 महिलाओं की मृत्यु हो जाती है। ये आंकड़े सर्वाइकल समस्या की भयानक स्थिति को बयां करने के लिए काफी हैं। यहां हम आपको बताते हैं कि सर्वाइकल के लक्षण क्या हैं-

गर्दन में दर्द होना, गर्दन अकड़ जाना और हिलाने-डुलाने में परेशानी होना आदि कई बार लोगों को आम समस्या लगते हैं। हालांकि, गर्दन का यह दर्द (सर्वाइकल पैन) का लक्षण होता है। सर्वाइकल स्पाइन यानी गर्दन के हिस्से वाली रीढ़ की हड्डी के जोड़ों और डिस्क में समस्या होने से सर्वाइकल पेन की स्थिति बनती है। आप भी अगर इस दर्द का सामना कर रहे हैं तो फौरन सावधान हो जाएं और हमारे बताए हुए घरेलू नुस्खों को अपनाएं।

सर्वाइकल पेन से बचाव कैसे किया जा सकता है?
गर्दन पर बर्फ के टुकड़े से सेकाई करना- सर्वाइकल होने पर घरेलू नुस्खों को अपनाना चाहिए। इसके लिए बर्फ के टुकड़े को गर्दन के उस हिस्से पर लगा सकते हैं, जहां दर्द है। बर्फ की सेकाई से सर्वाइकल में आराम मिलेगा।

नियमित रूप से व्यायाम करना- किसी भी अन्य बीमारी की तरह सर्वाइकल के इलाज में भी व्यायाम करना बेहतर विकल्प साबित हो सकता है। व्यायाम के द्वारा शरीर की मांसपेशियां मजबूत होती हैं और इसके साथ में उसकी रोग-प्रतिरोधक क्षमता में भी सुधार होता है।
सही मुद्रा में सोना- सर्वाइकल की समस्या सही मुद्रा में नहीं सोने के कारण भी होती है। इसलिए कोशिश करें कि सोने का पॉश्चर ठीक रखें, ताकि रीढ़ की हड्डी पर किसी तरह का दबाव न पड़े।

तनाव न लेना- सर्वाइकल अधिक मात्रा में तनाव लेने के कारण भी होता है, इसी कारण व्यक्ति को यह कोशिश करनी चाहिए कि वे ज्यादा तनाव न लें। यदि आपका तनाव बढ़ गया है तो आप तुरंत मनोवैज्ञानिक से मिलकर इसका इलाज करें।

सिर को एक तरफ झुकाकर घंटों कंप्यूटर पर काम नहीं करें। सर्वाइकल मुख्य रूप से उन लोगों को होता है, जो सिर को एक तरफ झुकाकर घंटों कंप्यूटर पर काम करते रहते हैं या फिर एक ही पॉजिशन में फोन पर घंटों बात करते रहते हैं। लंबे समय तक एक ही पॉजिशन में बैठने से कान और गर्दन की मांसपेशियों पर दबाव पड़ता है और इस वजह से आपको कई तरह की परेशानियां भी होती हैं।

दर्द निवारक दवाई लेना- यदि आपको गर्दन में दर्द होता है, तो तुरंत दर्द-निवारक दवाई लें, ताकि इसे कम किया जा सके, लेकिन इस तरह की दवाई को केवल डॉक्टर की सलाह लेकर ही खाना चाहिए।

डिस्क्लेमररू स्टोरी के टिप्स और सुझाव सामान्य जानकारी के लिए हैं। इन्हें किसी डॉक्टर या मेडिकल प्रोफेशनल की सलाह के तौर पर नहीं लें। बीमारी या संक्रमण के लक्षणों की स्थिति में डॉक्टर की सलाह जरूर लें।

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